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EMI नहीं भर पा रहे हैं? जानिए क्या कर सकते हैं और कैसे मिलेगा समाधान

अगर आपने बैंक से लोन लिया है और फिलहाल EMI चुकाने की स्थिति में नहीं हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है. आप अपने अधिकारों का इस्तेमाल कर सकते हैं और बैंक से समाधान पा सकते हैं.

EMI Payment Difficulties

अगर आपने बैंक से लोन लिया है और फिलहाल EMI चुकाने की स्थिति में नहीं हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है. आप अपने अधिकारों का इस्तेमाल कर सकते हैं और बैंक से समाधान पा सकते हैं. यहां हम आपको बताएंगे कि इस स्थिति में आपको क्या कदम उठाने चाहिए और कैसे अपने लोन के बोझ को हल्का कर सकते हैं.

अगर आप EMI भरने में असमर्थ हैं, तो सबसे पहले बैंक को अपनी स्थिति की जानकारी दें. बैंक से संपर्क करें और उन्हें साफ-साफ बताएं कि आपकी मौजूदा आर्थिक स्थिति कैसी है.

सीधी बात करें: बैंक में जाकर स्पष्ट शब्दों में कहें कि आप EMI भरने की स्थिति में नहीं हैं और उनसे विकल्प मांगें.
अपनी तरफ से सुझाव न दें: यह जरूरी है कि आप खुद कोई विकल्प देने की कोशिश न करें. बैंक ही आपको बताएगा कि आपके लिए कौन-कौन से विकल्प उपलब्ध हैं.

क्या विकल्प दे सकता है बैंक?

बैंक आमतौर पर लोन चुकाने में मदद के लिए कई विकल्प पेश करता है, जैसे:

लोन रीस्ट्रक्चरिंग: आपके लोन की शर्तों को बदला जा सकता है, जैसे कि लोन की अवधि बढ़ाना या EMI की राशि कम करना.
रीफाइनेंसिंग: बैंक आपके लोन को दोबारा फाइनेंस कर सकता है, जिससे आपकी EMI का बोझ हल्का हो सकता है.
मोरटोरियम पीरियड: बैंक आपको कुछ महीनों की मोहलत दे सकता है, जिससे आप अपनी आर्थिक स्थिति को संभाल सकें.
विशेष स्कीम्स: कई बार बैंक विशेष स्कीम्स चलाते हैं, जैसे कि कोविड-19 के दौरान मोरटोरियम स्कीम. ऐसे ऑफर्स के बारे में बैंक से जानकारी लें.

बैंक को लिखित रूप में अपनी परेशानी बताना जरूरी है. एक प्लेन पेपर पर आपकी मौजूदा स्थिति, EMI चुकाने में होने वाली परेशानी का कारण, बैंक से विकल्प या समय देने का अनुरोध, आदि लिखकर यह लेटर बैंक में जमा कराएं. अगर बैंक आपका लेटर लेने से इनकार करता है, तो बैंक मैनेजर से बात करें.

अगर बैंक सहयोग नहीं करता

अगर बैंक आपकी बात सुनने से इनकार करता है या लेटर लेने से मना करता है, तो आप आपने कंज्यूमर अधिकारों (उपभोक्ता के अधिकारों) का इस्तेमाल कर सकते हैं. आप उपभोक्ता हैं और आपके पास कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट के तहत अधिकार हैं. अगर बैंक आपकी परेशानी नहीं सुनता, तो आप कंज्यूमर कोर्ट में शिकायत दर्ज कर सकते हैं.

बैंक से लोन लेना और समय पर EMI चुकाना आपकी जिम्मेदारी है, लेकिन अगर आपकी स्थिति खराब है, तो बैंक आपकी मदद कर सकता है.

(यह खबर सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए इस वीडियो के आधार पर बनाई गई है.)

-भारत एक्सप्रेस



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