

ऊर्जा प्रबंधन और स्वचालन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी श्नाइडर इलेक्ट्रिक ने शनिवार को भारत में तीन नई विनिर्माण फैक्ट्रियां स्थापित करने की योजना की घोषणा की. कंपनी के सीईओ ओलिवियर ब्लूम ने एलेक्ट्रामा 2025 के उद्घाटन सत्र में यह जानकारी दी. उनका कहना था कि कंपनी भारत में नियमित रूप से निवेश करेगी.
श्नाइडर इलेक्ट्रिक के पास पहले से भारत में 31 विनिर्माण संयंत्र हैं और तीन नई फैक्ट्रियों का निर्माण कोलकाता, हैदराबाद और अहमदनगर में किया जाएगा. यह घोषणा उद्योग संघ आईईईएमए द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में की गई, जो ग्रेटर नोएडा में हुआ था.
भारत में डिजिटलाइजेशन और सस्टेनेबिलिटी पर ध्यान केंद्रित
सीईओ ओलिवियर ब्लूम ने कहा, “भारत का डिजिटलाइजेशन, स्थिरता, ऊर्जा संक्रमण और बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण पर ध्यान केंद्रित करना विकास के लिए अपूर्व अवसर प्रदान करता है.” उन्होंने आगे बताया कि कंपनी भारतीय ऊर्जा क्षेत्र में विकास को तेजी से बढ़ाने के लिए ए.आई. और डिजिटलीकरण का उपयोग कर रही है. उनका मानना है कि डिजिटल ग्रिड्स, आईओटी-समर्थित वितरित ऊर्जा संसाधन, माइक्रोग्रिड्स, स्मार्ट बिल्डिंग्स और स्मार्ट सिटी जैसी उन्नत तकनीकों से अगले 25 वर्षों में 75% तक उत्सर्जन कम किया जा सकेगा.
भारत में निवेश की योजना और रोजगार सृजन
श्नाइडर इलेक्ट्रिक ने पहले ही भारत में अपने औद्योगिक विस्तार के लिए 3,200 करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा की है और 2026 तक लगभग 1.2 मिलियन वर्ग फुट का क्षेत्र जोड़ने की योजना है. भारत श्नाइडर का तीसरा सबसे बड़ा बाजार है और यह कंपनी के लिए एक वैश्विक हब भी है.
ब्लूम ने कहा, “भारत हमारे वैश्विक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण और रणनीतिक हब है. हम भारत के भविष्य में निवेश करने, नौकरियां सृजित करने और सतत विकास में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”
भारत में ऊर्जा परिवर्तन को बढ़ावा देने वाली श्नाइडर इलेक्ट्रिक की तकनीक
एलेक्ट्रामा में श्नाइडर ने अपनी व्यापक रेंज के विद्युत और स्वचालन उत्पादों और समाधानों का प्रदर्शन किया, जो भारत के ऊर्जा संक्रमण को तेज करने में मदद करेंगे. श्नाइडर ज़ोन प्रेसीडेंट – ग्रेटर इंडिया, एमडी और सीईओ दीपक शर्मा ने कहा कि कंपनी का कुशल, लचीला और सतत उत्पाद पोर्टफोलियो भारतीय कंपनियों को उनके डिजिटलीकरण और डीकार्बोनाइजेशन यात्रा में मदद करेगा.
- भारत एक्सप्रेस
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