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चुनावी विश्लेषण

केंद्र की सत्‍तारूढ़ पार्टी भाजपा के समक्ष विपक्ष ने सुधाकर सिंह जैसे मजबूत उम्मीदवार को उतारा है। राजद उम्मीदवार सुधाकर सिंह के चुनावी मैदान में आने के बाद से ही स्थानीय स्तर पर यह चर्चा है कि भाजपा प्रत्याशी उनके सामने कहीं कमजोर न पड़ जाएं।

उत्तर प्रदेश के शामली जिले में आने वाले कैराना शहर को प्राचीन काल में कर्णपुरी के नाम से जाना जाता था, जो बाद में बिगड़कर ‘किराना’ हुआ और फिर ‘कैराना’ में तब्दील हो गया. कैराना लोकसभा सीट 1962 में अस्तित्व में आई थी.

Lok Sabha Election 2024: संविधान समिति के सदस्य अलगू राय शास्त्री घोसी के पहले सांसद निर्वाचित हुए वहीं जनता पार्टी की लहर में यहां जनता पार्टी का भी खाता खुला था और शिवराम राय सांसद निर्वाचित हुए थे. 

Lok Sabha Election 2024: घोसी लोकसभा क्षेत्र की चुनावी तस्वीर तो बसपा के प्रत्याशी के घोषित होने के बाद ही साफ होगी लेकिन राजीव राय के प्रत्याशी घोषित होने के बाद से घोसी लोकसभा का सियासी समीकरण बदलते हुए दिख रहा है.

लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और चुनाव का माहौल गरमा रहा है। चुनावों की तारीखें घोषित किए जाने के साथ ही जैसी कि उम्मीद थी, सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बयानबाजी और तेज हो गई.

यूपी में सियासत चेहरा तो मुद्दे का रखती है, लेकिन उसका दिल जातीय गणित में ही धड़कता है. यही वजह है कि इस लोकसभा को मुस्लिम-दलित सियासत का केंद्र माना जाता है.

ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ चार चरणों में होंगे. 21 लोकसभा सीट और विधानसभा की 147 सीटों पर यहां वोटिंग होगी.

यह स्वीकार करना आवश्यक है कि राजनीतिक फंडिंग में भाजपा का प्रभुत्व उसकी चुनावी सफलता और लोकप्रियता का प्रतिबिंब है। हालाँकि, इसे एक जीवंत और प्रभावी विपक्ष की आवश्यकता पर हावी नहीं होना चाहिए। इमरजेंसी और गठबंधन की राजनीति के दौर में ऐतिहासिक प्रसंगों से मिले सबक, राष्ट्र के लोकतांत्रिक ढांचे की सुरक्षा के लिए नियंत्रण और संतुलन के महत्व को रेखांकित करते हैं।

2024 लोकसभा चुनावों में भरूच लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवारों के नाम सामने आने के बाद अब उन उम्मीदवारों ने अपने राजनैतिक दाव-पेंच लगाने शुरू कर दिए हैं। गुजरात में सत्तारूढ़ भाजपा का अब आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन से आमने-सामने का मुकाबला है।

पीएम का संबोधन न केवल लंबे समय से प्रतीक्षित राम मंदिर निर्माण का उत्सव था, बल्कि उनकी राजनीतिक विचारधारा और दर्शन का प्रतिबिंब भी था।