ईरान के दो नागरिकों को फर्जीवाड़े के आरोप में दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है. फर्जीवाड़े से पर्दा दिल्ली के IGI एयरपोर्ट की पुलिस टीम ने उठाया है. जानकारी के मुताबिक दोनों ईरानी नागरिक खुद क्राइम ब्रांच का पुलिस अधिकारी बताते थे और लोगों को झांसे में लेकर ठगी करते थे. आरोपी ईरानी नागरिकों के नाम हामिद हेम्माती और फैज़ल शिराजीनिया है. ये दोनों दिल्ली के भोगल में रह रहे थे.
हामिद और फैजल के बारे में पहली बार शिकायत दिल्ली एयरपोर्ट को तब मिली जब एक शख्स ने अपनी ठगी की जानकारी दी. पिछले महीने 16 तारीख को दुबई में रहने वाले गुजरात के राशिद खान ने बताया कि दो लोगों ने खुद को क्राइम ब्रांच का पुलिस अधिकारी बताकर उससे लूटपाट की है. राशिद मुताबिक वह दिल्ली स्थित हयात होटल से निकलकर प्राइड प्लाजा होटल की तरफ जा रहे थे. तभी मारुति स्विफ्ट कार में सवार दो लोग आए और पूछताछ करने लगे. इसी दौरान दूसरे शख्स ने ध्यान भटकाकर उनके पास पड़े 40 हजार रुपये और मोबाइल फोन रख लिया. इसके बाद दोनों घटनास्थल से गायब हो गए.
कैसे पकड़े गए बदमाश?
बदमाशों के बारे में पहली नजर जानकारी सिर्फ उनके हुलिया को लेकर थी. जिसमें एक की उम्र 40 से 50 साल और दूसरी की 30 साल होने का अंदाजा था. मामले की संजीदगी को देखते हुए एक विशेष टीम का गठन किया गया. इस टीम में इंसपेक्टर राजकुमार, SI मुकेश, SI प्रेम नारायण और ASI प्रदीप शामिल थे. इस दल का नेतृत्व IGI एयरपोर्ट के SHO यशपाल सिंह के पास था, जो लगातार एसीपी एयरपोर्ट विरेंद्र मोर को रिपोर्ट कर रहे थे. टीम के पास चुनौती काफी थी. लेकिन, टीम ने हम्यून इंटेलिजेंस को चार्ज किया और साथ ही साथ तमाम सीसीटीवी फुटेज खंगाल डाले.
इस दौरान लगातार पड़ताल के चलते 2 अक्टूबर को दोनों आरोपी ईरानी नागरिक चिन्हित कर लिए गए. इस दौरान गैंग के दूसरे सदस्यों के बारे में भी जानकारी मिली. जिनमें से एक इब्राहिम नाम का शख्स पुलिस के पहुंचने से पहले फरार हो चुका था. पुलिस ने क्राइम में इस्तेमाल कार को भी जब्त कर लिया. पूछताछ में पुलिस को पता चला कि हामिद और फैजल इससे पहले भी कई गुनाहों को अंजाम दे चुके थे और पहले भी इनके खिलाफ 3 मामले दर्ज हुए थे.
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