सिक्किम में बाढ़ से तबाही
सिक्किम में बादल फटने से आई बाढ़ में अब तक 51 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा 15 जवानों समेत 103 लोग लापता हैं. जिनकी तलाश की जा रही है. वहीं 1200 से ज्यादा घर इस बाढ़ में बर्बाद हो गए हैं.अधिकारियों का कहना है कि राहत-बचाव कार्य तेजी के साथ चलाया जा रहा है. तीसरे दिन जो भी लोग मलबे और कीचड़ में दबे हुए थे, उन्हें निकालने का प्रयास किया जा रहा है. इस आपदा से करीब 25 हजार लोग प्रभावित हुए हैं.
1500 लोग राहत शिविर में रह रहे हैं
इंडियन एक्सप्रेस ने राज्य के मुख्यमंत्री पीएस तमांग के हवाले से लिखा है कि सिक्किम में अब तक 19 लोगों के शव बरामद किए गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि 22 शव उत्तरी बंगाल के निचले जिलों में पाए गए हैं. हादसे में घायल हुए 26 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. 1500 लोग राहत शिविर में रह रहे हैं.
सेना के 15 जवान अभी भी लापता
बादल फटने के बाद आई बाढ़ में 22 जवान लापता हो गए थे. जिसमें से 7 जवानों के शवों को बरामद कर लिया गया है. अन्य की तलाश की जा रही है. सिंगताम के बुरदांग में मलबे में दबे सेना के वाहनों को निकाला जा रहा है. सर्च ऑपरेशन में मदद के लिए सेना से जुड़े संगठन तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू की टीम भी पहुंची है. खोजी कुत्तों और विशेष रडार को सेवा में लगाया गया है.
केंद्र सरकार ने आर्थिक मदद का किया ऐलान
केंद्र सरकार ने सिक्किम में आई प्राकृतिक आपदा में मदद के लिए राज्य आपदा राहत कोष से 44.80 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद की मंजूरी दी है. राज्य में आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्रीय टीम का गठन किया गया है. राज्य में हुए नुकसान के आंकलन और सड़क सेवाओं को बहाल करने के लिए एजेंसियां सर्वे कर रही हैं. सिंगताम और बुरदांग के बीच में सड़क संपर्क को बहाल कर दिया गया है.
बता दें कि सिक्किम में बादल फटने से बाढ़ आ गई है. जिसमें भारी तबाही हुई है. ल्होनक झील का आधे से ज्यादा हिस्सा बर्बाद हो गया है. इसकी दो तस्वीरें इसरो ने जारी की थी. जिसमें आपदा के पहले और बाद की तस्वीरें हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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