अडानी ग्रुप.
अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (Adani Enterprises) ने गुरुवार को जारी एक बयान में बताया कि उसने अपनी विकास योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए QIP के माध्यम से सफलतापूर्वक 500 मिलियन डॉलर (लगभग 4,200 करोड़ रुपये) की प्राथमिक इक्विटी जुटाई है.
कितने रुपये में आंवटित हुआ था शेयर?
क्यूआईपी के जरिए कुल 1,41,79,608 इक्विटी शेयरों को 2,962 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के निर्गम मूल्य पर आवंटित किया गया था. यह लेन-देन 9 अक्टूबर 2024 को लगभग 4,200 करोड़ रुपये (500 मिलियन अमेरिकी डॉलर) के सौदे के आकार के साथ शुरू हुआ था और 15 अक्टूबर 2024 को बंद हुआ.
निवेशकों ने दिखाई दिलचस्पी
कंपनी के अनुसार क्यूआईपी में निवेशकों की भारी दिलचस्पी दिखी और डील साइज से 4.2 गुना की अधिक बोलियां प्राप्त हुईं. एईएल के वर्तमान पोर्टफोलियो में परिवहन और रसद क्षेत्र में हवाई अड्डे और सड़कें, नई ऊर्जा पारिस्थितिकी तंत्र (सौर और पवन विनिर्माण सहित) और ऊर्जा और उपयोगिता क्षेत्र में डेटा केंद्र जैसे कारोबार शामिल हैं. कंपनी ने बताया है कि क्यूआईपी से प्राप्त आय का उपयोग पूंजीगत व्यय, ऋण पुनर्भुगतान और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा.
कंपनी के मुताबिक, एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड, जेफरीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज लिमिटेड ने इश्यू के लिए बुक रनिंग लीड मैनेजर की भूमिका निभाई. इसके अलावा कैंटर फिट्जगेराल्ड एंड कंपनी ने इस मामले में एक सलाहकार के रूप में काम किया. सिरिल अमरचंद मंगलदास ने भारतीय कानून के मामले में एईएल के लिए कानूनी सलाहकार के रूप में काम किया, वहीं ट्राइलीगल और लैथम एंड वॉटकिंस ने क्रमशः भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कानून के संदर्भ में लीड मैनेजर के लिए कानूनी सलाहकार की भूमिका निभाई.
-भारत एक्सप्रेस
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