प्रतीकात्मक फोटो.
आईटी स्टाफिंग की एक रिपोर्ट के अनुसार, एसोसिएटेड स्टाफिंग सॉल्यूशंस के प्रमुख आपूर्तिकर्ता, आर्टिफिशियल स्टूडियो, साइबर सिक्योरिटी, क्लाउड स्टूडियो और डेटा साइंस सहित उभरती हुई मंदी से 2030 तक लगभग 10 लाख जॉब पैदा होने की उम्मीद है.
‘टेक्नोलॉजी स्किल रिपोर्ट, दिसंबर 2024’ नामक यह रिपोर्ट विभिन्न डोमेन में कौशल की साल-दर-साल वृद्धि पर प्रकाश डालती है. AI और मशीन लर्निंग (ML), सिक्योरिटी साइबर, क्लाउड लैबोरेटरी, डेटा साइंस और ब्लॉकचेन नए इनोवेटिव के साथ उद्योग में परिवर्तन ला रहे हैं.
भारत में परिवर्तनकारी बदलाव दिख रहा
क्वेस आईटी स्टाफिंग (Quess IT Staffing) के CEO कपिल जोशी ने कहा, “भारत में एक परिवर्तनकारी बदलाव दिख रहा है.” ERP (एंटरप्राइज रिजोर्स प्लानिंग) जैसे पारंपरिक कौशल का निर्माण और संग्रहालय और क्वांटम सेमिनार जैसे सफल कारीगरों के साथ समसामयिक बेजोड़ अवसर प्रस्तुत करता है.”
अपस्किलिंग में रणनीतिक निवेश महत्वपूर्ण बना रहेगा क्योंकि कार्यबल AI , साइबर सुरक्षा और क्लाउड कंप्यूटिंग की बढ़ती मांग के अनुकूल हो रहा है. उभरती हुई प्रौद्योगिकियों से 2030 तक भारत की अर्थव्यवस्था में 150 अरब डॉलर से अधिक का योगदान मिलने की उम्मीद है, जो ग्लोबल टेक्नोलॉजी लीडर के रूप में इसकी स्थिति की पुष्टि करता है.
IT में कार्यबल 2030 तक 75 लाख हो अनुमान
भारत में आईटी उद्योग में कुल कार्यबल 2030 तक 54 लाख से बढ़कर 75 लाख हो जाने का अनुमान है, जिससे लगभग 20 लाख से अधिक नौकरियां जुड़ेंगी, जिसमें उभरती हुई टेक्नोलॉजी और उच्च मांग वाली इंडस्ट्री की ओर महत्वपूर्ण बदलाव होगा.
वहीं ब्लॉकचेन हायरिंग में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. 2023 में वैश्विक मांग में साल-दर-साल 76 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है. भारत में ब्लॉकचेन की 2021 और 2023 के बीच मांग में 60 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई.
वर्ष 2023 में क्लाउड कंप्यूटिंग की भर्ती में वैश्विक स्तर पर 30-35 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि होगी. यह वृद्धि आईटी सेवाओं, परामर्श, मीडिया, दूरसंचार (टीएमटी) और ऑटोमोटिव जैसे उद्योगों द्वारा प्रेरित हुई है, जो क्लाउड-आधारित समाधानों की ओर त्वरित बदलाव को प्रदर्शित करती है.
-भारत एक्सप्रेस
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