फोटो-ट्विटर
UP Politics: आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) को संसद के पूरे सत्र से निलंबित किए जाने के बाद से वह संसद भवन परिसर में धरने पर बैठे हुए हैं और इसी दौरान उनके पक्ष में विपक्षी दल खड़े नजर आ रहे हैं. ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ यानी इंडिया (INDIA) के तमाम दल उनके साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं. तो वहीं समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) भी उनके पक्ष में गुरुवार को दिखे और उनका समर्थन करने संसद भवन पहुंचे. इसी के बाद से यूपी की राजनीति में ये चर्चा तेज हो गई है कि सपा का यूपी में कुनबा बढ़ सकता है. यानी आप और सपा एक साथ गठबंधन के धागे में बंध सकते हैं. तो वहीं पल्लवी पटेल के साथ हुई मुलाकात के भी मायने तलाशे जा रहे हैं.
बता दें कि अखिलेश यादव ने संजय सिंह के साथ हुई मुलाकात की अपनी तस्वीरें भी ट्विटर पर कल शेयर की थी, और भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा था कि, “मणिपुर में जो हो रहा है, वो तो इतना वीभत्स है कि भाजपा सरकार को नैतिक और राजनीतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए अपने आप ही, अपने ख़िलाफ़ ही ‘अविश्वास प्रस्ताव’ लाना चाहिए था.” बता दें कि इस मौके पर अखिलेश यादव के साथ सपा सांसद और उनकी पत्नी डिंपल यादव भी मौजूद थीं और इसी के बाद से यूपी की राजनीति में सपा का कुनबा बढ़ने को लेकर राजनीति गर्म है और चर्चा तेज है कि हो सकता है कि आने वाले समय में सपा और आप गठबंधन के बंधन में खुद को बांध लें. बता दें कि सपा प्रमुख के साथ लोकसभा सांसद एसटी हसन भी संजय सिंह का साथ समर्थन करने पहुंचे थे और पल्लवी पटेल ने भी मुलाकात की थी.
वहीं इस मौके पर अखिलेश ने विपक्षी दलों का गठबंधन ‘इंडिया’ को एक मजबूत कड़ी बताते हुए दावा किया है कि, ‘‘सिर्फ उत्तर प्रदेश से नहीं, बल्कि पूरे देश से भारतीय जनता पार्टी से इंडिया गठबंधन सफाया करेगा.’’ आगे वह बोले कि, ‘‘इंडिया का मतलब है कि हम सबको जोड़कर चलना चाहते हैं. हम सबको खुशहाली के रास्ते पर लाना चाहते हैं.” उन्होंने आगे कहा है कि, यह हमारी मिली-जुली संस्कृति, हमारे भाईचारे का संदेश है. इंडिया का मतलब यह है कि हम सबको साथ लेकर चलेंगे, तो फिर इससे भाजपा को किस बात की घबराहट है.” आगे उन्होंने ये भी दावा किया कि, “2014 में भाजपा सरकार देश में आई थी लेकिन अब 2024 में हम इसे रवाना करेंगे.’’
मणिपुर में जो हो रहा है, वो तो इतना वीभत्स है कि भाजपा सरकार को नैतिक और राजनीतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए अपने आप ही, अपने ख़िलाफ़ ही ‘अविश्वास प्रस्ताव’ लाना चाहिए था। pic.twitter.com/zDRrzTDXBf
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 28, 2023
-भारत एक्सप्रेस
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