आखिर कोई इंसान बिना खाए-पिए कितने दिन तक रह सकता है जिंदा? यहां जानें
Deoria Murder Case: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में जमीन विवाद के कारण हुई 6 हत्याओं पर कानूनी कार्रवाई हो रही है. इस बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव देवरिया में पीड़ितों के परिवार से मिलने पहुंचे हैं. बताया जा रहा है कि जब अखिलेश सत्यप्रकाश दुबे के घर पर पहुंचे तो उन्हें वहां कोई नहीं मिला. उजड़ चुके घर को अखिलेश ने करीब से देखा और वहां 5 मृतकों की लगी तस्वीर को श्रद्धांजलि दी.
संवाददाता के अनुसार, दिवंगत सत्यप्रकाश दुबे के बेटे देवेश ने अखिलेश यादव से मिलने से इंकार कर दिया. इस पर अखिलेश का बयान सामने आया है. अखिलेश ने कहा, “हो सकता है उसके बेटे की भावना न भी हो, कुछ नेता हैं जो उसको समझा रहे हों.” इसके बाद सपा प्रमुख ने योगी सरकार पर निशाना साधा. अखिलेश ने कानपुर देहात में फरवरी में हुई घटना का जिक्र करते हुए कहा,” जब किसी की मां-बेटी को जला दिया गया. आप उस परिवार से मिलने नहीं गए, उस बेटे को सरकार ने ठंड में नंगा किया था. मैं तो कहता हूं उस बेटे से क्यों नहीं मिलते हो जाकर. मैंने इस परिवार आर्थिक सहायता की और अगर वो परिवार कहेगा तो उस परिवार की भी मदद करूंगा.”
पत्रकारों से बात करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “मैं मानता हूं डीएम ने जो बात कही कि रिटेलिएशन में घटना हुई. प्रेम यादव की जान नहीं जाती तो किसी की जान नहीं जाती. आखिरकार सरकार क्यों इस बात को छुपाना चाहती है कि प्रेम यादव को बुलाकर के मारा और किसने मारा.” इसी के साथ सुल्तानपुर की घटना का जिक्र करते हुए अखिलेश ने कहा कि, “आप बताइए क्या सुल्तानपुर में एक ब्राह्मण डॉक्टर को ड्रिल से नहीं मार दिया, क्या उनके परिवार के बच्चों को आपने गले लगाया?”
अखिलेश यादव ने कहा, “सुरक्षा का मतलब ये थोड़ी है कि घर को..पूरे परिवार को कैद कर दो, गाड़ी उठा ले जाओ यहां से. ये परिवार अगर पढ़ेगा, लिखेगा, जो सहायता चाहेगा मैं करूंगा.”
अखिलेश ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा, “योगी की सबसे बड़ी परिभाषा यही है जो दूसरों के दुःख को अपना दुःख समझे. मुख्यमंत्री को किसी के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए, वो मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के हैं, किसी भी घटना से राजनीतिक लाभ नहीं लेना चाहिए.”
गौरतलब है कि दो अक्टूबर को देवरिया के फतेहपुर गांव में जमीन विवाद को लेकर प्रेमचंद यादव और सत्यप्रकाश दुबे के बीच विवाद हुआ था. इसी दौरान प्रेमचंद यादव की मौत हो गई थी. इस पर यादव पक्ष के लोग लाठी-डंडा और बंदूक लेकर दुबे परिवार पर हमला बोल दिया. इस घटना में सत्यप्रकाश दुबे सहित उनकी पत्नी और उनकी दो बेटियों के साथ एक बेटे की हत्या कर दी गई थी. इस घटना में पुलिस जांच कर रही है. अभी तक 21 लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं सत्यप्रकाश दुबे के बेटे देवेश ने आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की है और आरोपियों के अवैध घरों पर बुलडोजर चलाने की भी मांग की है.
– भारत एक्सप्रेस
भारत एक्सप्रेस के चेयरमैन उपेंद्र राय ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात कर…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुवैत की अपनी दो दिवसीय ऐतिहासिक यात्रा समाप्त की, जिसे कुवैत…
वाल्टर जे. लिंडनर के अनुसार, भारत ने अपनी 'सॉफ्ट पावर' से एक अधिक आक्रामक विदेश…
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बार के महाकुंभ को हर बार के कुंभ…
ट्रांसफर आदेश में कहा गया है कि भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों को स्थानांतरित किया…
लीडिंग कंसल्टिंग फर्म मेरसर (Mercer) द्वारा वर्ष 2024 के लिए जारी किए गए कॉस्ट ऑफ…