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Ayodhya Ram Mandir: रामलला के घर में बांसुरी बजाकर कान्हा के भजन गाते हैं अद्भुत स्वामी, 16 साल से धारण किए हैं कृष्ण का वेश

Ayodhya Ram Mandir: अद्भुत स्वामी अपने नाम के ही अनुरूप अयोध्या में रहते हुए वह भगवान कृष्ण की एक छवि प्रदर्शित करते हैं और अपनी पायल झनकारते हुए लय बनाए रखते हुए अपनी बांसुरी बजाते हैं.

adbhut swami

रामनगरी पहुंचे अद्भुत स्वामी

Ayodhya Ram Mandir: चमकीले रंगों से सजा-धजा, सिर पर बड़ी पगड़ी और हाथों-पैरों को चांदी के आभूषणों से सजाए अपनी बांसुरी पर मधुर धुन बजाता एक व्यक्ति भगवान राम के घर अयोध्या में भगवान कृष्ण का स्तुतिगान कर बरबस ही सबका मन अपनी तरफ खींच रहा है. यह उज्जैन के रहने वाले स्वामी अद्भुत हैं, जो पिछले 16 वर्षों से भगवान कृष्ण का वेश धारण किये हुए हैं. उनका कहना है कि वह पूरा दिन इसी वेशभूषा में रहते हैं. स्वामी अद्भुत ने कहा कि वह 22 जनवरी के अभिषेक समारोह में “भगवान की दिव्य उपस्थिति को देखने के लिए अयोध्या में हैं.”

मनमोहक बांसुरी बजाते हैं स्वामी

अद्भुत स्वामी अपने नाम के ही अनुरूप अयोध्या में रहते हुए वह भगवान कृष्ण की एक छवि प्रदर्शित करते हैं और अपनी पायल झनकारते हुए लय बनाए रखते हुए अपनी बांसुरी बजाते हैं. अपनी मोहक उपस्थिति और संगीत में महारत के बलबूते स्वामी अद्भुत हर आने-जाने वाले को मंत्रमुग्ध कर देते हैं. लता मंगेशकर चौक से लेकर नया घाट और गुप्तार घाट तक वह जहां भी जाते हैं, लोगों की भीड़ जुट जाती है और कई लोग उनके साथ सेल्फी लेने को लालायित नजर आते हैं. वह सबकी इस ख्वाहिश को पूरा करने की कोशिश करते हैं. इतना ही नहीं, वह अपने बारे में जानने की इच्छा रखने वाले हर व्यक्ति की इस उत्कंठा को भी शांत करते हैं.

अयोध्या में भगवान राम और कृष्ण से जुड़ी कथाओं का संगम होता है

स्वामी अद्भुत ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा कि अयोध्या में भगवान राम और कृष्ण से जुड़ी कथाओं का संगम होता है, जिससे आध्यात्मिक महत्व का एक माहौल बनता है. कृष्ण वेश धारण करने का ख्याल मन में कैसे आया, इस सवाल पर स्वामी कहते हैं कि उन्हें एक सपना आया था जिसके बाद से उन्होंने भगवान कृष्ण का वेश धारण करना शुरू कर दिया ताकि उनके संदेश को फैलाया जा सके. स्नातक तक की शिक्षा हासिल कर चुके स्वामी ने एक सवाल पर कहा कि वह किसी से भी धन नहीं लेते हैं. वह अपनी अयोध्या यात्रा को आध्यात्मिक पुनर्जागरण की परिणति के दर्शन के लिए एक तीर्थयात्रा के रूप में देखते हैं.

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पूरा अयोध्या शहर धार्मिक भावना से सराबोर है

अयोध्या जिज्ञासा, भक्ति और उत्सव के सामंजस्यपूर्ण मिश्रण से गूंज रही है. वहीं, इस शहर ने इस असाधारण स्वामी की उपस्थिति को गले लगा लिया. स्वामी ने कहा कि उन्होंने पहले भी इस स्थान का दौरा किया था लेकिन इस बार उनके लिए एक अलग भावना थी. पूरा अयोध्या शहर धार्मिक भावना से सराबोर है और इसकी फिजाएं ‘राम आएंगे’ और ‘अवध में राम आए हैं’ जैसे गीतों से गूंज रही हैं. भक्त 22 जनवरी को राम मंदिर में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.

भारत एक्सप्रेस



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