Bharat Express

Ballia News: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में बिना दूल्हे के दुल्हनों का करा दिया गया विवाह, खुला बड़ा फर्जीवाड़ा, ADO समाज कल्याण पर मुकदमा

Samuhik Vivah Yojana: जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर नौ लोगों को अभियुक्त बनाया गया है. इसी के साथ ही आरोपियों को बर्खास्त करने की सिफारिश भी की गई है.

फोटो-सोशल मीडिया

Ballia News: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से चौंका देने वाला मामला सामने आ रहा है. यहां पर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के नाम पर बड़ा खेल उजागर हुआ है. यहां बिना दूल्हे के ही दुल्हनों की शादी करा दी गई. यहां तक की नाबालिग को भी फेरे लगवा दिए गए. सोशल मीडिया पर वीडियो के जरिए इस खेल का खुलासा होने के बाद शासन से लेकर प्रशासन तक हड़कम्प मच गया है. वायरल वीडियो में दुल्हनें अपने ही गले में वरमाला डालते दिखाई दे रही हैं. दूल्हों के चेहरे भी कपड़े से ढके नजर आ रहे हैं. तो वहीं सिंदूर दान के समय भी दुल्हनों का चेहरा घूंघट से ही ढका रहा, किसी ने भी दुल्हनों का चेहरा नहीं देखा. बताया जा रहा है कि, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का लाभ लेने के लिए लड़का-लड़की को वर वधु बनने के लिए 500-500 रुपए देकर पंडाल में लाया गया था, वे सही में वर-वधू नहीं थे.

इस सम्बंध में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जो कि 26 जनवरी का बताया जा रहा है. बता दें कि प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत सामूहिक विवाह का आयोजन मनियर इंटर कॉलेज में किया गया था. फिलहाल मामला सामने आने के तुरंत बाद ही तमाम फजीहत से बचने के लिए जिलाधिकारी ने जांच टीम गठित कर दी तो वहीं टीम ने रिपोर्ट डीएम रविन्द्र कुमार को सौंप दी. इसी के बाद एडीओ समाज कल्याण के साथ ही आठ फर्जी लाभार्थियों पर फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज कराया गया है. इस सम्बंध में जिलाधिकारी ने बताया कि अभी तक लाभार्थियों को धनराशि वितरित नहीं की गई थी. वहीं मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का लाभ लेने के लिए गिरोह सक्रिय होने की भी खबर सामने आई है. इस सम्बंध में मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज ने बताया कि फर्जीवाडे़ की 20 सदस्यीय टीम जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि, अभी तक 20 लाभार्थियों के आवेदनों की जांच हुई है. जांच के दौरान आठ फर्जी लाभार्थी पाए गए हैं.

ये भी पढ़ें-Lucknow: पति नौकरी के लिए चला गया बाहर, पत्नी ने फेसबुक पर कर ली दोस्ती, मिलने गई तो हुआ रेप, धर्मांतरण का बनाया दबाव

आरोपियों को बर्खास्त करने की हुई सिफारिश

खबरों के मुताबिक समाज कल्याण विभाग की ओर सामूहिक विवाह में 568 जोड़ों की शादी कराई गई थी. इस योजना को लेकर जारी हुई धनराशि को डकारने के लिए अधिकारियों ने बिना दूल्हे की सैकड़ों दुल्हनों की शादी करा दी. अधिकारियों ने अपने मंसूबे पूरे करने के लिए दुल्हन बनी लड़कियों से खुद से अपने गले में वरमाला डालने के लिए कहा गया. खबर ये भी सामने आई है कि, बुर्के में आई दुल्हनों ने भी अपने हाथों से वरमाला डाला. शादी के मंडप में नाबालिग को भी दूल्हा बना कर लाया गया था. मीडिया सूत्रों की मानें तो जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद इसके आधार पर एडीओ समाज कल्याण सुनील कुमार यादव सहित नौ लोगों को अभियुक्त बनाया गया है. तो वहीं एडीओ समाज कल्याण को निलंबित और बर्खास्त करने की सिफारिश की गई है.

दूल्हा-दुल्हन ने लगाए आरोप

वहीं मंडप में दूल्हा-दुल्हनों से जब एक-दूसरे के बारे में पूछा गया और उनके माता-पिता के बारे में जानकारी ली गई तो वे कुछ नहीं बता सके. इसके बाद कुछ लड़कियों ने आरोप लगाया कि लोगों ने जबरन पैसे का लालच देकर शादी करा दी. तो वहीं इस पूरे मामले में भाजपा की महिला विधायक केतकी सिंह ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है. दोषियों को बक्शा नही जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि, जिला प्रशासन ने बीस सदस्य जांच टीम गठित कर दी है. फिलहाल अभी तक की जांच में आठ लाभार्थियों की धांधली सामने आयी है. आगे जांच में खुलासा होने पर कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल योजना के तहत मिलने वाली धनराशि पर रोक लगा दी गई है. उन्होंने कहा कि, आगे की जांच में इस मामले में और भी फर्जीवाड़ा खुलने की सम्भावना जताई जा रही है. इसी के साथ ही अपात्र मिले लाभार्थी मानिकपुर की अर्चना,रंजना यादव, सुमन चौहान, सुल्तानपुर की प्रियंका, सोनम राजभर, पूजा, संजू, रमिता के खिलाफ भी जालसाजी का मुकदमा मनियर थाने में दर्ज कराया गया है.

भाजपा विधायक ने भी जोड़ों पर बरसाए थे फूल

मीडिया सूत्रों के मुताबिक, इस सरकारी सामूहिक विवाह में भाजपा की महिला विधायक केतकी सिंह भी पहुंचीं थीं और जोड़ों पर गवाह बनने पहुंची थीं और जोड़ों पर फूल भी बरसाए थे. इसी के साथ ही उन्होंने शादी में मांगलिक गीत भी गाए थे.

-भारत एक्सप्रेस

Bharat Express Live

Also Read