कंगना रनौत.
भाजपा ने किसान आंदोलन को लेकर हिमाचल प्रदेश की मंडी से पार्टी की लोकसभा सांसद कंगना रनौत के बयान से किनारा करते हुए उन्हें कड़ी फटकार भी लगाई है.
भाजपा ने बॉलीवुड अभिनेत्री के बयान को लेकर सोमवार को स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि पार्टी कंगना रनौत के बयान से ‘असहमति व्यक्त करती है’. पार्टी ने नीतिगत विषयों पर उन्हें बोलने की अनुमति नहीं दी है और न ही वह इसके लिए अधिकृत हैं. भाजपा ने इसके साथ ही कंगना रनौत को कड़ी चेतावनी देते हुए भविष्य में इस तरह का कोई भी बयान न देने की नसीहत भी दी.
पार्टी ने जारी किया बयान
पार्टी आलाकमान के निर्देश पर भाजपा के केंद्रीय मीडिया विभाग ने कंगना रनौत के विवादास्पद बयान पर पार्टी का आधिकारिक स्टैंड जारी करते हुए कहा, ‘भाजपा सांसद सुश्री कंगना रनौत द्वारा किसान आंदोलन के परिप्रेक्ष्य में दिया गया बयान, पार्टी का मत नहीं है. भारतीय जनता पार्टी सुश्री कंगना रनौत के बयान से असहमति व्यक्त करती है. पार्टी की ओर से, पार्टी के नीतिगत विषयों पर बोलने के लिए सुश्री कंगना रनौत को न तो अनुमति है और न ही वे बयान देने के लिए अधिकृत हैं.’
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बयान में आगे कहा गया है कि पार्टी की ओर से ‘सुश्री कंगना रनौत को निर्देशित किया गया है कि वह इस प्रकार के कोई बयान भविष्य में न दें. भारतीय जनता पार्टी ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ तथा सामाजिक समरसता के सिद्धांतों पर चलने के लिए कृतसंकल्प है.’
कंगना ने क्या कहा है
हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से भाजपा सांसद कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि अगर मोदी सरकार ने कड़े कदम नहीं उठाए होते तो किसानों के आंदोलन (Farmers Protest) से भारत में बांग्लादेश (Bangladesh) जैसी स्थिति पैदा हो सकती थी.
सोशल साइट एक्स पर शेयर किए गए एक वीडियो में रनौत ने आरोप लगाया कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के दौरान, ‘लाशें लटकती देखी गईं और बलात्कार हो रहे थे.’ अभिनेत्री से राजनेता बनीं कंगना ने कानूनों को वापस लिए जाने के बाद भी विरोध प्रदर्शन जारी रहने के लिए निहित स्वार्थों और ‘विदेशी शक्तियों’ को दोषी ठहराया.
(समाचार एजेंसी आईएएनएस से इनपुट के साथ)
-भारत एक्सप्रेस
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