Bharat Express

Chief Justice Of India: जस्टिस संजीव खन्ना ने मुख्य न्यायाधीश के रूप में ली शपथ

Chief Justice Of India: नए सीजेआई संजीव खन्ना का कार्यकाल 6 महीने तक रहेगा. वे अगले वर्ष 13 मई 2025 को रिटायर होंगे. पूर्व CJI डीवाई चंद्रचूड़ 10 नवंबर को रिटायर हो गए थे.

CJI Sanjiv Khanna Oath Ceremony

CJI Sanjiv Khanna Oath Ceremony: जस्टिस संजीव खन्ना सुप्रीम कोर्ट के 51वें चीफ जस्टिस बन गए हैं, राष्‍ट्रपति भवन में आज सुबह राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने उन्हें शपथ दिलाई. उनका कार्यकाल 6 महीने तक रहेगा. 64 साल के जस्टिस खन्ना 13 मई 2025 को रिटायर होंगे.

बता दें कि संजीव खन्ना सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में अब तक 65 फैसले दे चुके हैं. वे ईवीएम की विश्वनीयता को बनाए रखने, चुनावी बॉन्ड योजना को खत्म करने, अनुच्छेद 370 को हटाने और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने जैसे कई महत्वपूर्ण फैसलों का हिस्सा रहे हैं.

जस्टिस संजीव खन्ना का कानूनी कैरियर बहुत ही समृद्ध और अनुभवों से भरा रहा है. उन्होंने 1983 में दिल्ली बार काउंसिल में नामांकन करने के बाद तीस हजारी कोर्ट से अपने कैरियर की शुरुआत की. बाद में उन्होंने दिल्ली हाइकोर्ट में संवैधानिक कानून, आपराधिक कानून और वाणिज्यिक कानून जैसे क्षेत्रों में व्यापक अनुभव प्राप्त किया.

2005 में हाईकोर्ट के जज बने थे खन्ना

जस्टिस संजीव खन्ना को 2005 में दिल्ली हाईकोर्ट में अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था और 2006 में वे स्थायी न्यायाधीश बने थे. जनवरी 2019 में उनको सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था. हालांकि, उनकी नियुक्ति ने विवाद खड़ा कर दिया था. दरअसल, उम्र और अनुभव में उनसे अन्य सीनियर जज लाइन में होने के बावजूद उन्हें सीधे सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त किया गया था.

पूर्व न्यायाधीश राज खन्ना के बेटे हैं CJI

जस्टिस संजीव खन्ना संजीव खन्ना दिल्ली हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति देव राज खन्ना के बेटे हैं और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश एच आर खन्ना के भतीजे है. वह हाई कोर्ट में जज नियुक्त होने से पहले अपने परिवार में तीसरी पीढ़ी के वकील थे.

यह भी पढिए: Chief Justice Sanjiv Khanna कौन हैं? 370 हटाने से लेकर इलेक्टोरल बॉन्ड जैसे मामलों में रहा इनका योगदान

– भारत एक्‍सप्रेस

Also Read