
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी (फाइल फोटो)
दिल्ली विधानसभा चुनाव से एक दिन पहले प्रदेश की सीएम अतिशी के और पार्टी के समर्थकों पर दो मामले दर्ज किए गए हैं. सीएम पर आरोप है कि उन्होने आचार संहिता का उल्लंघन किया वहीं उनके समर्थक पर पुलिसकर्मी के साथ मारपीट का केस दर्ज हो गया है. अतिशी पर आरोप लगा है कि वो 10 गाड़ियों में समर्थकों के साथ निकलीं जब पुलिस ने उन्हें रोककर वापस जानें को कहा तो उन्होनें वापस जाने से मना कर दिया.
दिल्ली पुलिस ने आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता आतिशी और उनके समर्थकों पर एक मामला दर्ज किया है. पुलिस ने यह कार्रवाई उस वीडियो के आधार पर की है, जिसमें एक पुलिसकर्मी वीडियो बनाते हुए नजर आ रहा है. वीडियो में दिख रहा है कि आतिशी के साथ मौजूद उनके समर्थक सागर ने वीडियो बना रहे पुलिसकर्मी की ओर हाथ बढ़ाया, जिससे उसका मोबाइल नीचे गिर गया. इससे पहले, सागर के साथ खड़ा एक अन्य व्यक्ति यह कहते हुए सुना गया— “हमारी भी वीडियो ले ले यार.”
आतिशी की सफाई
दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज मामले को लेकर आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने लिखा—
“राकेश बिधूड़ी के परिवार के सदस्य खुलेआम आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही. मैंने खुद पुलिस और चुनाव आयोग को शिकायत देकर बुलाया, लेकिन उल्टा मेरे ही खिलाफ केस दर्ज कर दिया गया! राजीव कुमार जी, आप चुनावी प्रक्रिया की कितनी धज्जियां उड़ाएँगे?”
पुलिस का आरोप
पुलिस का कहना है कि चुनाव आचार संहिता लागू है और प्रचार समाप्त हो चुका था, लेकिन इसके बावजूद आतिशी अपने 40-50 समर्थकों के साथ कालकाजी इलाके में घूम रही थीं. वह एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट, जो फ्लाइंग स्क्वाड टीम (FST) का प्रभारी भी है, के साथ बहस कर रही थीं. उनके साथ 10 गाड़ियों का काफिला था और कई समर्थक भी मौजूद थे. इस दौरान पुलिसकर्मी वीडियो बना रहा था, तभी समर्थकों ने उसका विरोध किया और उसका मोबाइल गिरा दिया.
दिल्ली चुनाव की सियासी हलचल
दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने हैं और 8 फरवरी को नतीजे आएंगे. इस बार आम आदमी पार्टी को भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस से कड़ी चुनौती मिल रही है, जिससे मुकाबला त्रिकोणीय बनता नजर आ रहा है. हालांकि, आम आदमी पार्टी का दावा है कि वह एक बार फिर दिल्ली में सरकार बनाएगी, जबकि बीजेपी का कहना है कि इस बार दिल्ली की जनता AAP के झूठे वादों में नहीं आएगी. अब देखना यह होगा कि यह मामला चुनावी समीकरणों को किस हद तक प्रभावित करता है.
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.