राजेंद्र पाल गौतम (बीच में) शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हो गए.
दिल्ली सरकार में मंत्री रहे राजेंद्र पाल गौतम ने शुक्रवार (6 सितंबर) को आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस में शामिल हो गए. इस्तीफा देते हुए उन्होंने कहा कि वह सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष तेज करना चाहते हैं.
उनका कहना है कि वे राहुल गांधी के विचारों से प्रभावित होकर कांग्रेस में शामिल हुए हैं. कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल की मौजूदगी में उन्हें कांग्रेस की सदस्यता दिलाई गई. इस दौरान केसी वेणुगोपाल ने कहा कि गौतम का कांग्रेस में शामिल होना गर्व की बात है.
बता दें कि एक ओर हरियाणा में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत चल रही है. वहीं, दूसरी ओर दिल्ली में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता गौतम कांग्रेस में शामिल हो गए. इसके साथ ही रेसलर विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के कांग्रेस में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है.
मंत्री पद से देना पड़ा था इस्तीफा
हरियाणा से आने वाले ये दोनों रेसलर आज कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. वहीं कांग्रेस में शामिल हो चुके राजेंद्र पाल गौतम की बात करें तो वह अक्टूबर 2022 में हिंदू देवी-देवताओं पर दिए अपने एक बयान को लेकर विवादों में आ गए थे. इसके बाद उन्हें दिल्ली सरकार के मंत्री पद से इस्तीफा भी देना पड़ा था.
हालांकि, मंत्री पद से इस्तीफा देने के बावजूद वह आम आदमी पार्टी में ही रहे. राजेंद्र पाल गौतम के कांग्रेस में शामिल में होने पर वेणुगोपाल ने कहा कि गौतम आंबेडकरवादी विचारों पर चलने वाले व्यक्ति हैं. गौतम जिस विचारधारा पर चलते रहे हैं कांग्रेस उस विचारधारा पर काम करने वाली पार्टी है.
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वे भी इंसान हैं
कांग्रेस में शामिल होने के बाद राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि दिल्ली में सफाई के दौरान कर्मचारी सीवर के अंदर मर जाए करते थे, लेकिन हमने पहली बार सीवर में कर्मचारियों के उतरने को प्रतिबंध किया और इसके लिए 200 मशीनें लाए. इसके जरिये हमने यह बताने की कोशिश की कि जो इंसान के मल में उतरते हैं वह भी इंसान ही हैं. उनकी जान की कीमत होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि देश में जाति और धर्म के नाम पर उन्माद होता है. राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के तहत नारा दिया था कि वह नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने आए हैं, उनके इस नारे ने दिल को छू लिया.
गौतम ने कहा कि राहुल गांधी ने यह भी कहा कि संविधान की रक्षा करनी है. देश में सामाजिक न्याय को आगे बढ़ाते हुए सभी वर्गों को उनकी जनसंख्या के हिसाब से हिस्सेदारी भागीदारी मिलनी चाहिए. राहुल गांधी की इन बातों ने उन्हें प्रभावित किया है.
‘आप’ चुप्पी साध लेती है
इस मौके पर दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी याद किया. गौतम ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने मुझे दो बार विधायक व मंत्री बनाया, इसके लिए मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं.
गौतम ने कहा, ‘लेकिन मेरी लड़ाई कहीं और है. सामाजिक न्याय के मुद्दे पर, जाति जनगणना के मुद्दे पर, हिस्सेदारी भागीदारी के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी चुप्पी साथ लेती है. विशेष तौर पर अनुसूचित जाति, जनजाति, अल्पसंख्यक के लीडर के साथ अगर कोई बात होती है तो वह चुप्पी साथ लेते हैं. पार्टी में रहते हुए यहां से सामाजिक न्याय की लड़ाई नहीं लड़ सकता.’
गौतम कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का खुद का जीवन संघर्ष से भरा हुआ है. राहुल गांधी का पूरा परिवार संघर्ष में रहा है. आज कांग्रेस पार्टी संविधान की रक्षा की बात कर रही है, हिस्सेदारी भागीदारी की बात कर रही है.
-भारत एक्सप्रेस