Bharat Express DD Free Dish

देवेंद्र फडणवीस का राहुल गांधी को करारा जवाब, बोले- महाराष्ट्र पराजय कितनी गहराई से चुभी इसका मुझे भलीभांति एहसास

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया और जनादेश का अपमान करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जनता ने राहुल गांधी को नकारा और अब वे जनता को ही नकार रहे हैं.

Devendra Fadnavis

महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फणडवीस.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से हाल ही में एक अखबार में लिखे गए लेख का जवाब देते हुए तीखा हमला बोला है. राहुल गांधी ने अपने लेख में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में कथित धांधली के आरोप लगाए थे, जिसके जवाब में फडणवीस ने भी एक अखबार में लेख लिखकर उनकी बातों का खंडन किया है. अपने लेख में फडणवीस ने न केवल राहुल गांधी के आरोपों को निराधार बताया, बल्कि उनकी मंशा और कांग्रेस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए.

देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी पर किया पलटवार

देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने अपने लेख की शुरुआत में कहा, “महाराष्ट्र में हुई पराजय राहुल गांधी को कितनी गहराई से चुभी है, इसका मुझे भलीभांति एहसास है. लेकिन अगर आप लगातार किसानों, हमारी प्यारी बहनों, और आम जनता के जनादेश का अपमान करते रहेंगे, तो जनता आपको कभी माफ नहीं करेगी.” उन्होंने राहुल गांधी के लेख को जनता को भ्रमित करने की कोशिश करार दिया और सुझाव दिया कि कांग्रेस नेता को हार स्वीकार कर आत्ममंथन करना चाहिए.

फडणवीस ने अपने लेख में गढ़चिरौली के अपने अनुभव का जिक्र किया, जहां वे अबूझमाड़ के दुर्गम जंगलों में गए और रातभर रुके. उन्होंने लिखा, “अबूझमाड़ के जंगलों तक के दुर्गम क्षेत्र में गया. वहां जाने वाला पहला मुख्यमंत्री बनने का सौभाग्य मुझे प्राप्त हुआ. रातभर मैंने गढ़चिरौली में ही रुका रहा. अब तक कम से कम चार बार मैंने वहां रात्रि प्रवास किया है. यह कोई रिकॉर्ड बनाने के लिए नहीं किया गया. लेकिन जिस तरह से संविधान विरोधी मानसिकता गरीब जनता और आदिवासियों का शोषण करती है और उन्हें विकास से वंचित रखती है, वह अब बंद होना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मार्च 2026 तक नक्सलमुक्त भारत का लक्ष्य रखा है. मुझे नहीं लगता कि यह लक्ष्य असंभव है. यह बात समझनी होगी कि हथियार उठाने वाले नक्सली को खत्म करना एक हद तक आसान होता है, लेकिन भारत की सभी संवैधानिक संस्थाओं पर सवाल उठाने वाली “अर्बन नक्सलवाद” नाम की व्यवस्था से हमें लंबा संघर्ष करना पड़ेगा.”

“राहुल गांधी जनता को कन्फ्यूज कर रहे”

उन्होंने आगे लिखा, “7 जून को गढ़चिरौली से नागपुर लौटते समय पत्रकारों ने मुझे बताया कि राहुल गांधी ने एक लेख लिखा है. मैंने पूछा किस विषय पर लिखा है? जवाब मिला कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव पर. वास्तव में यह विषय अब पुराना हो चुका है. चुनाव आयोग ने भी समय-समय पर जवाब दिए हैं. अगर राहुल गांधी ने वो जवाब पढ़े बिना लेखक बनने की इच्छा जताई है, तो उन्हें मेरी शुभकामनाएं. लेकिन साथ ही एक अनचाहा सुझाव भी. एक बार हार स्वीकार कर आप आत्ममंथन करें कि कहां गलती हुई, जनता से जुड़ाव कहां कम पड़ गया, और उसे कैसे सुधारा जाए, तो यह अधिक उचित रहेगा. वैसे तो इस लेख का जवाब अनदेखा करके देना ही बेहतर होता, लेकिन एक सिद्धांत है अगर आप जनता को ‘कन्विंस’ नहीं कर सकते, तो उन्हें ‘कन्फ्यूज’ कर दो. यही काम राहुल गांधी बार-बार कर रहे हैं. इसलिए वास्तविकता को हर बार जनता के सामने लाना हमारी जिम्मेदारी बनती है. बिहार सहित आगामी विधानसभा चुनावों की हार के कारण भी उन्हें अभी से तैयार करने हैं, इसे हम नहीं भूल सकते.”

भारत जोड़ो अभियान को तोड़ो अभियान बताया

फडणवीस ने राहुल गांधी के भारत जोड़ो अभियान को भी निशाने पर लिया. उन्होंने इसे ‘जोड़ो’ के नाम पर ‘तोड़ो’ अभियान करार दिया, जो संवैधानिक संस्थाओं जैसे सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग के खिलाफ गलतफहमियां फैलाता है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र का यह चुनाव असल में महायुति बनाम महाविकास आघाड़ी का मुकाबला नहीं था. इसमें एक और घटक था भारत जोड़ो अभियान. ‘जोड़ो’ के नाम पर शुरू हुआ यह ‘तोड़ो’ अभियान क्या कर रहा था? यह देश की सभी संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ लोगों में गलतफहमियां फैला रहा था, ताकि जनता को देशविरोधी सोच की ओर उकसाया जा सके. सुप्रीम कोर्ट हो, चुनाव आयोग हो, सभी को उन्होंने निशाने पर लिया. भारत जोड़ो अभियान में शामिल संगठनों में से कितने संगठनों को डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार ने 2012 में शहरी नक्सलवादी घोषित किया था, इस पर मैंने 19 दिसंबर 2024 को महाराष्ट्र विधानसभा में विस्तार से भाषण दिया था. राहुल गांधी को वह जरूर सुनना चाहिए. उनके लेख का पहला उत्तर उन्हें वहीं से मिल जाएगा.”

तथ्यों के साथ Devendra Fadnavis ने दिया जवाब

राहुल गांधी के मतदाता संख्या में वृद्धि को फर्जी बताने के आरोप पर फडणवीस ने तथ्यों के साथ जवाब दिया. उन्होंने बताया कि 40,81,229 नए मतदाताओं में से 26,46,608 युवा मतदाता थे. चुनाव आयोग ने 24 दिसंबर 2024 को कांग्रेस के वकील ओमर हुड्डा को 60 पन्नों का पत्र भेजकर सभी सवालों के जवाब दिए थे. फडणवीस ने कहा कि 2014-2019 में 63 लाख, 2009-2014 में 75 लाख, और 2004-2009 में 1 करोड़ नए मतदाता जुड़े थे, इसलिए 2024 में मतदाता वृद्धि को चमत्कार बताना गलत है.

यह भी पढ़ें- ‘महाराष्ट्र चुनाव में मैच फिक्सिंग’ वाले बयान पर शुरू हुआ सियासी तकरार, NDA नेताओं ने राहुल गांधी पर किया करारा पलटवार, जानें क्या है पूरा मामला

वोटिंग प्रतिशत में वृद्धि के सवाल पर फडणवीस ने कहा कि प्रति घंटे औसतन 5.83% मतदान हुआ, और अंतिम घंटे में 7.83% मतदान कोई असामान्य बात नहीं है. उन्होंने 2024 लोकसभा चुनाव के आंकड़े पेश किए, जिसमें दूसरे चरण में वोटिंग 60.96% से बढ़कर 66.71% हुई थी, और उस समय कांग्रेस ने जीत हासिल की थी.

राहुल गांधी के 85 विधानसभा क्षेत्रों में अतिरिक्त मतदाताओं के दावे पर फडणवीस ने कहा कि अंतिम घंटे में 17,70,867 मतदाताओं ने वोट डाला, जो प्रति मिनट 97,103.32 वोट के औसत से हुआ. उन्होंने उदाहरण दिया कि माढा, वणी, और श्रीरामपुर में वोटिंग वृद्धि के बावजूद विपक्षी दल जीते, जिसे राहुल गांधी ने नजरअंदाज किया.

Devendra Fadnavis ने जनादेश का अपमान करने का आरोप लगाया

फडणवीस ने राहुल गांधी पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया और जनादेश का अपमान करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जनता ने राहुल गांधी को नकारा और अब वे जनता को ही नकार रहे हैं. यही कांग्रेस को गर्त में ले जा रहा है. खुद उनके ही विधायक कहते हैं कि ‘राहुल गांधी से एक दिन में मिलकर दिखाओ’, इसका आत्ममंथन होना चाहिए. लगातार लोकतंत्र और संवैधानिक संस्थाओं पर शंका करके हम देश को किस दिशा में ले जा रहे हैं, यह सोचने की जरूरत है. महाराष्ट्र में जो पराजय हुई, वह कितना चुभा है, मुझे पता है. लेकिन यदि आप बार-बार महाराष्ट्र के किसानों, बहनों, आम नागरिकों के मत का अपमान करेंगे, तो महाराष्ट्र की जनता आपको कभी माफ नहीं करेगी. मुख्यमंत्री के रूप में मैं जनता के सेवक के नाते इस अपमान का हमेशा विरोध करता रहूंगा.

-भारत एक्सप्रेस



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read