झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (फोटो फाइल)
ED Notice to Jharkhand CM: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की फजीहतें बढ़ने वाली हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोरेन को नोटिस भेजा है. यह नोटिस जमीन घोटाले से संबंधित केस के लिए भेजा गया है. जानकारी के मुताबिक, जमीन घोटाले में सोरेन के परिवार के शामिल होने की बात कही जा रही है. हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए 14 अगस्त को तलब किया गया है.
झारखंड जमीन घोटाला मामले में ईडी ने अभी तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन, न्यूक्लियस मॉल के मालिक विष्णु अग्रवाल, कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल और बड़गाई अंचल सीओ भानुप्रसाद के नाम शामिल हैं. गौरतलब है कि इस केस में पहले से जेल में बंद लाइजनर प्रेम प्रकाश से भी पूछताछ की जा चुकी है.
क्या है मामला
रांची के चेशायर होम रोड स्थित सेना की 4.55 एकड़ और दूसरे 1 एकड़ जमीन फर्जी दस्तावेजों के जरिए खरीद-बिक्री करने पर ईडी ने 13 अप्रैल को रांची समेत 24 ठिकानों पर छापेमारी की थी. इनमें पश्चिम बंगाल और बिहार के भी ठिकाने शामिल थे. इस केस में 4 मई को रांच के पूर्व डीसी छवि रंजन को गिरफ्तार किया गया. अब ईडी इस मामले में पूछताछ के बाद चिन्हित आरोपियों से सवाल कर रही है.
यह भी पढ़ें: TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन को मानसून सत्र से किया गया निलंबित, आखिर क्यों?
पिछले साल 8-10 घंटे तक हुई थी पूछताछ
इससे पहले ED ने अवैध खनन मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से नवंबर 2022 में 8 से 10 घंटों तक पूछताछ की थी. ED ने इस पूछताछ में पत्थर खनन से जुड़े कई सवाल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से किए थे. तब सोरेन ने यहां तक कह दिया था कि राज्यपाल भी राजनीति का हिस्सा बन चुके हैं. उस दौरान बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने हेमंत सोरेन पर तंज कसते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री ED के सवालों से घबरा गए हैं; और सम्पत्ति के हिसाब की जानकारी नहीं दे पा रहे हैं.
‘हमने गुनाह किया तो सीधा अरेस्ट करके दिखाओ’
ED के दस्तक देने से हेमंत सोरेन खफा हो गए थे. उन्होंने अपने एक बयान में कहा, ”अगर हमने गुनाह किया है तो सीधा गिरफ्तार करके दिखाओ.” बताया जाता है कि ED ने उस वक्त उन्हें समन जारी किया था और सोरेन उसमें नहीं पहुंचे थे. बजाए इसके उन्होंने ED को सीधी चुनौती दी थी. ED ने सोरेन से अवैध खनन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में 17 नवंबर 2022 को उनसे पूछताछ की थी, तब सोरेन ने इसे सरकार को अस्थिर करने की कोशिश करार दिया था.
— भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.