प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में डीएमके महासचिव और जल संसाधन मंत्री दुरईमुरुगन के आवास पर दूसरे दिन भी छापेमारी शुरू कर दी है.
ईडी ने पहले दिन की तलाशी अभियान को देर रात 1:35 बजे समाप्त किया था. यह छापेमारी धनशोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) और रेत खनन घोटाले से जुड़े मामले की जांच के तहत की जा रही है. दूसरे दिन की कार्रवाई सुबह से ही शुरू हो गई.
11 घंटे लंबी चली छापेमारी
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में डीएमके मंत्री और वरिष्ठ नेता दुरईमुरुगन के आवास पर 11 घंटे लंबी छापेमारी की. यह छापेमारी कथित धनशोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) मामले से जुड़ी जांच का हिस्सा बताई जा रही है.
ईडी की टीम ने सुबह से ही मंत्री दुरईमुरुगन के आवास पर तलाशी अभियान शुरू किया. सूत्रों के अनुसार, यह छापेमारी रेत खनन से जुड़े कथित घोटाले और अवैध लेनदेन से संबंधित है. छापेमारी के दौरान ईडी अधिकारियों ने कई दस्तावेज, डिजिटल उपकरण और अन्य संदिग्ध सामग्री जब्त की.
डीएमके की प्रतिक्रिया
डीएमके ने इस छापेमारी को “राजनीतिक प्रतिशोध” करार दिया है. पार्टी ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करके विपक्षी दलों को निशाना बनाया जा रहा है. डीएमके प्रवक्ता ने कहा, “यह छापेमारी केंद्र सरकार की राजनीति प्रेरित कार्रवाई है. लेकिन हम इससे डरने वाले नहीं हैं.”
क्या है मामला?
जानकारी के मुताबिक, ईडी यह जांच कर रही है कि क्या दुरईमुरुगन और उनके परिवार के सदस्यों ने कथित तौर पर रेत खनन से अवैध रूप से अर्जित धन को मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए सफेद किया है. इस मामले में पहले भी कई ठेकेदारों और अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी हो चुकी है.
छापेमारी के दौरान भारी सुरक्षा
ईडी की कार्रवाई के दौरान दुरईमुरुगन के आवास के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. स्थानीय लोगों और मीडिया को घटनास्थल से दूर रखा गया.
आगे की कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक, ईडी अब जब्त किए गए दस्तावेजों की जांच करेगी और उनसे जुड़े अन्य लोगों को पूछताछ के लिए तलब कर सकती है. फिलहाल दुरईमुरुगन या उनके परिवार की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है.
-भारत एक्सप्रेस
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