Manmohan Singh Letter Head Case: साल 2009 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को एक फर्जी लेटरहेड पर पत्र लिखने के मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट 26 अक्टूबर को सुनवाई करेगा. बता दें कि इस मामले की जांच को लेकर उस वक्त के गृह राज्यमंत्री अजय माकन ने सीबीआई में केस दर्ज कराया था. इस मामले में की जांच सीबीआई ही कर रही है. इस मामले में कांग्रेस के ही एक नेता जगदीश टाइटलर को भी आरोपी बनाया गया है लेकिन आखिर यह मामला क्या है चलिए आपको बताते हैं.
दरअसल, यह मामला वर्ष 2009 का है. जिसकी जांच सीबीआई कर रही है. आरोप है कि टाइटलर और आर्म्स डीलर अभिषेक वर्मा ने तत्कालीन गृह राज्य मंत्री अजय माकन के फर्जी लेटर हेड का इस्तेमाल कर तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर एक चीनी टेलीकॉम कंपनी के अधिकारियों के लिए वीजा के नियमों में छूट देने का आग्रह किया था. इन दोनों के खिलाफ फर्जीवाड़ा, धोखाधड़ी, आपराधिक षड्यंत्र सहित भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था.
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टाइटलर को लगा था बड़ा झटका
गौरतलब है कि जब यह मामला सामने आया था तो उसके बाद दोनों आरोपियों के खिलाफ फर्जीवाड़ा, धोखाधड़ी, आपराधिक षड्यंत्र सहित भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था. इस मामले में सुनवाई के बाद निचली अदालत ने इनके खिलाफ आरोप भी तय कर दिए हैं लेकिन टाइटलर ने इस आदेश को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दे दी.
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अब फिर खुलेगा केस
हालांकि उनकी याचिका खारिज हो गई. इसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने याचिका को खारिज करते हुए एक साल में ट्रायल पूरा करने को कहा था, पिछले महीने सितंबर में कोर्ट ने समय सीमा को बढ़ा दिया था लेकिन अब यह केस एक बार फिर खुलने वाला है.
-भारत एक्सप्रेस