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गोवा पुलिस ने लॉन्च किए दो अहम डिजिटल टूल: ‘स्पॉट द स्कैम’ और ‘रेडिकल कंटेंट एनालाइज़र’, सीएम प्रमोद सावंत ने की शुरुआत

गोवा पुलिस ने साइबर अपराधों और कट्टरपंथी कंटेंट की पहचान के लिए ‘स्पॉट द स्कैम’ और ‘रेडिकल कंटेंट एनालाइज़र’ नामक दो डिजिटल टूल्स लॉन्च किए हैं.

Goa Police launched digital tools

साइबर अपराधों और उग्र ऑनलाइन कंटेंट की पहचान को लेकर गोवा पुलिस ने दो नई डिजिटल पहल की शुरुआत की है. गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सोमवार को ‘स्पॉट द स्कैम’ और ‘रेडिकल कंटेंट एनालाइज़र’ नामक इन टूल्स का औपचारिक रूप से उद्घाटन किया. इन दोनों टूल्स का उद्देश्य साइबर अपराधों की पहचान में तेजी लाना और सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे कट्टरपंथी या हिंसात्मक कंटेंट की निगरानी करना है.

गोवा के पुलिस महानिदेशक (DGP) आलोक कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि ‘स्पॉट द स्कैम’ एक ऐसा तकनीकी टूल है जिसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान बिट्स पिलानी के छात्रों ने विकसित किया है. यह टूल गोवा पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट पर आम नागरिकों के लिए उपलब्ध है.

जानें कैसे करता है ‘स्पॉट द स्कैम’ काम?

डीजीपी के मुताबिक, यह टूल उपयोगकर्ताओं को किसी वेबसाइट की प्रामाणिकता की पुष्टि करने में मदद करता है. यूज़र को केवल वेबसाइट लिंक डालनी होती है, और यह टूल चंद सेकंड में यह बता देता है कि वेबसाइट असली है या फर्जी. इस तकनीक का इस्तेमाल ऑनलाइन ठगी और फिशिंग साइट्स की पहचान करने में अत्यंत उपयोगी साबित हो सकता है.

‘रेडिकल कंटेंट एनालाइज़र’ किस काम का है?

दूसरी ओर, ‘रेडिकल कंटेंट एनालाइज़र’ एक ऐसा सॉफ्टवेयर टूल है जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अपलोड किए जा रहे कंटेंट का विश्लेषण करता है. यह टूल यह जांच सकता है कि किसी कंटेंट में धार्मिक कट्टरता, भीड़ हिंसा या आक्रामकता से जुड़ी कोई भाषा या संदर्भ मौजूद है या नहीं.

डीजीपी ने बताया कि यह टूल फिलहाल आम नागरिकों के लिए उपलब्ध नहीं है. इसे केवल कानून प्रवर्तन एजेंसियों को दिया गया है ताकि वे समय रहते किसी भी संभावित खतरे की पहचान कर सकें और आवश्यक कार्रवाई कर सकें.

साइबर सुरक्षा की दिशा में बड़ा कदम

मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने इस पहल को राज्य की साइबर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में एक अहम कदम बताया. उन्होंने कहा कि इन टूल्स की मदद से ना सिर्फ ऑनलाइन धोखाधड़ी को रोका जा सकेगा, बल्कि समाज में शांति और सौहार्द बिगाड़ने वाले कंटेंट पर भी समय रहते कार्रवाई संभव होगी.

पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे ‘स्पॉट द स्कैम’ टूल का अधिक से अधिक इस्तेमाल करें और किसी भी संदिग्ध वेबसाइट को चेक करने से पहले इस टूल की मदद लें. इससे वे ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार होने से बच सकते हैं.

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-भारत एक्सप्रेस 



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