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MP News: ग्वालियर में मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बयान से सियासी हलचल, सिंधिया को दी ‘सीमा लांघने’ की नसीहत

ग्वालियर में कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बयान से सियासी हलचल तेज हो गई. उन्होंने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से ग्वालियर के विकास को लेकर “सीमा लांघने” की बात कही.

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Prashant Rai Edited by Prashant Rai

MP News: ग्वालियर में आयोजित एक कार्यक्रम में मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बयान ने सियासी हलचल मचा दी है. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से ग्वालियर के विकास को लेकर बड़ा आग्रह किया. उन्होंने कहा, “महाराज, आपके बिना ग्वालियर में विकास नहीं हो रहा. आपकी कुछ मजबूरियां हो सकती हैं, लेकिन आपको उस सीमा रेखा को लांघना ही पड़ेगा. हम आपकी पीड़ा और दर्द को समझते हैं.”

क्या है पूरा मामला?

ग्वालियर के विजयाराजे सिंधिया कन्या महाविद्यालय के एक कार्यक्रम में मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने यह बयान दिया. मंच पर ज्योतिरादित्य सिंधिया के कई करीबी कार्यकर्ता और बीजेपी के नेता मौजूद थे. मंत्री तोमर ने अपने संबोधन में ग्वालियर के विकास की धीमी रफ्तार पर सवाल उठाए और कहा कि “1956 में जो विकास हुआ था, वही आखिरी ठोस कदम था. उसके बाद ग्वालियर को वैसी प्राथमिकता नहीं मिली.”

मंत्री के इस बयान से राजनीतिक चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि मंत्री ने “सीमा लांघने” का जिक्र क्यों किया? क्या इसका मतलब यह है कि सिंधिया अब गुना छोड़कर ग्वालियर से अपनी राजनीतिक पारी खेलना चाहते हैं?

बीजेपी के अंदर ही खींचतान?

ग्वालियर से बीजेपी सांसद भारत सिंह कुशवाह हैं, लेकिन उनके और सिंधिया के बीच सियासी खींचतान की खबरें भी सामने आ रही हैं. सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में जीवाजीराव सिंधिया की मूर्ति स्थापना के कार्यक्रम में ग्वालियर सांसद को आमंत्रित नहीं किया गया था, जिससे दोनों नेताओं के बीच मतभेद की अटकलें तेज हो गई हैं.

बीजेपी की व्यवस्था के अनुसार, हर सांसद अपने संसदीय क्षेत्र के विकास पर ध्यान देता है, लेकिन सिंधिया के करीबी चाहते हैं कि उन्हें ग्वालियर की जिम्मेदारी भी दी जाए. इस बयान से यह भी साफ हो रहा है कि ग्वालियर चंबल अंचल में अब सियासी समीकरण बदल सकते हैं.

कांग्रेस ने उठाए सवाल

मंत्री तोमर के बयान पर कांग्रेस ने तुरंत प्रतिक्रिया दी. कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने इसे लेकर कहा, “पहले तो सिंधिया कांग्रेस की सीमा लांघकर बीजेपी में गए, अब उनके मंत्री कौन-सी सीमा की बात कर रहे हैं?”

कांग्रेस ने यह भी कहा कि “अगर ग्वालियर का विकास रुका है, तो इसके लिए बीजेपी ही जिम्मेदार है. बीजेपी पिछले 20 सालों से सत्ता में है, फिर भी मंत्री को अपने ही सांसद पर भरोसा नहीं?”

ग्वालियर में अब यह भी चर्चा तेज हो गई है कि सांसद भारत सिंह कुशवाह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच दूरी बढ़ रही है. क्या बीजेपी के भीतर ही ग्वालियर की सियासत को लेकर गुटबाजी शुरू हो चुकी है? मंत्री तोमर के बयान ने इस सवाल को और हवा दे दी है.


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-भारत एक्सप्रेस



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