
Hasin Jahan Daughter Holi: भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी की पूर्व पत्नी हसीन जहां एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार उन्होंने अपनी बेटी के होली खेलने को लेकर मौलानाओं की आलोचना का जवाब देते हुए कड़ा रुख अपनाया है. हसीन जहां ने मौलानाओं पर तीखा हमला बोला और कहा कि उनकी बेटी ने होली खेलकर कोई अपराध नहीं किया. इसके साथ ही उन्होंने मौलानाओं की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए उनकी दोहरी मानसिकता को उजागर किया.
होली पर विवाद और हसीन का जवाब
हाल ही में हसीन जहां ने अपनी बेटी आयरा के साथ होली खेलते हुए तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की थीं. इन तस्वीरों के वायरल होने के बाद कुछ मौलानाओं और सोशल मीडिया यूजर्स ने इसे इस्लाम के खिलाफ बताकर उनकी आलोचना शुरू कर दी.
इस पर हसीन ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा, “मेरी बेटी ने होली खेलकर कोई अपराध नहीं किया. यह खुशी और रंगों का त्योहार है. मौलाना लोग महिलाओं के कपड़ों, उनके चरित्र, बुर्का पहनने, मंदिर जाने या दुर्गा पूजा मनाने पर उंगली उठाते हैं, लेकिन जब बात महिलाओं के साथ हलाला या अन्याय की आती है, तो ये मौलाना गायब हो जाते हैं.”
मौलानाओं की दोहरी मानसिकता पर सवाल
हसीन जहां ने मौलानाओं पर निशाना साधते हुए उनकी चुप्पी को कटघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा, “जब पुरुष कुछ गलत करते हैं और लड़कियों की जिंदगी बर्बाद हो जाती है, तब ये मौलाना कहां चले जाते हैं? हलाला जैसी प्रथाओं पर ये लोग कुछ क्यों नहीं बोलते? महिलाओं को नियंत्रित करने के लिए तुरंत फतवे जारी कर देते हैं, लेकिन उनके हक की बात आने पर खामोश रहते हैं.” हसीन का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोगों के बीच बहस का मुद्दा बन गया है.
शमी और हसीन का विवादित इतिहास
मोहम्मद शमी और हसीन जहां की शादी साल 2014 में हुई थी, लेकिन चार साल बाद 2018 में उनके रिश्ते में दरार आ गई. हसीन ने शमी पर घरेलू हिंसा, व्यभिचार और अन्य गंभीर आरोप लगाए थे, जिन्हें शमी ने सिरे से खारिज कर दिया. इसके बाद से दोनों अलग-अलग रह रहे हैं, लेकिन अभी तक तलाक की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है. हसीन अपनी बेटी आयरा के साथ स्वतंत्र रूप से जीवन जी रही हैं और अक्सर सोशल मीडिया पर अपनी राय और तस्वीरें साझा करती रहती हैं, जिसके चलते वह कई बार ट्रोलिंग का शिकार भी हुई हैं.
सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रिया
हसीन के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर दो धड़े नजर आए. कुछ लोगों ने उनकी हिम्मत की तारीफ की और कहा कि वह सही मुद्दा उठा रही हैं. एक यूजर ने लिखा, “हसीन ने मौलानाओं की पोल खोल दी. यह सच है कि ये लोग सिर्फ महिलाओं को कंट्रोल करना चाहते हैं.” वहीं, कुछ लोगों ने उनकी आलोचना करते हुए कहा कि वह जानबूझकर विवाद पैदा कर रही हैं. एक अन्य यूजर ने लिखा, “रमजान के महीने में होली खेलना गलत है, उन्हें अपनी संस्कृति का सम्मान करना चाहिए.”
हसीन जहां का रुख
हसीन जहां ने पहले भी कई मौकों पर अपनी बेबाक राय रखी है. चाहे वह अपने कपड़ों को लेकर ट्रोलिंग हो या शमी के साथ विवाद, उन्होंने हमेशा खुलकर अपनी बात कही है. इस बार भी उन्होंने मौलानाओं को चुनौती देते हुए यह साफ कर दिया कि वह अपनी बेटी को खुशहाल और आजाद जिंदगी देना चाहती हैं. उन्होंने कहा, “मैं अपनी बेटी को हर खुशी देना चाहती हूँ. रंगों का त्योहार खेलना उसका हक है, और इसमें कुछ भी गलत नहीं है.
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-भारत एक्सप्रेस
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