ट्रेनिंग के दौरान के जम्मू कश्मीर में अचानक बीमार पड़े जवान की इलाज के दौरान मौत हो गई. जिसके बाद सेना के वाहन द्वारा पार्थिव शरीर को शनिवार के दिन बाड़मेर लाया गया. जिसके बाद शहीद सर्किल में श्रद्धांजलि कार्यकम करने के बाद शरीर को पैतृक गांव के लिए रवाना किया गया. जहां जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का जमावड़ा लगा हुआ था. वहीं डेंगू से मौत के बाद लोगों ने जवान के शव को रोककर शहीद का दर्जा दिलाने की मांग करने लगे और धरने पर बैठ गए.
आपको बतातें चलें कि मृतक जवान डाऊलाल प्रजापत बाड़मेर जिले के चौहटन इलाके का रहने है. 24 सितंबर को अचानक तबीयत खराब हो जाने के कारण उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां पर इलाज के दौरान गुरुवार को उसकी मौत हो गई थी.
विधायक और सांसद ने लोगों को समझाया
शव के पैतृक आवास पहुंचते ही कुछ लोग मृतक जवान को शहीद का दर्जा दिलाने की मांग करने लगे और गाड़ी के सामने बैठ गए. काफी देर तक चले इस प्रदर्शन के बाद स्थानीय सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल औक चौहटन विधायक की समझाइस के बाद लोगों ने विरोध समाप्त किया.
कंट्री क्रॉस रेस में जीते गोल्ड मेडल
मृतक डाऊलाल प्रजापत साल 2019 में सेना में भर्ती हुआ था. 130 वायु रक्षा रेजीमेंट में गनर के पद पर तैनात थे. इन दिनों उनकी पोस्टिंग चंडीगढ़ में थी. 14 सितंबर को आयोजित कंट्री क्रॉस रेस में डाऊलाल ने गोल्ड मेडल जीता था. ठीक 10 दिन बाद बीमार पड़े डाऊलाल को 24 सितंबर को उधमपुर अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां डॉक्टर्स ने डेंगू की पुष्टि की थी.
एक साल पूर्व हुई थी जवान की शादी
परिवार में मृतक जवान के 4 भाई हैं. डाऊलाल सबसे छोटा था. डाऊलाल 5 साल पूर्व 20 साल की उम्र में सेना में भर्ती हुए थे और गुरुवार को 25 साल की उम्र में उनकी मौत हो गई. मृतक की 1 वर्ष पूर्व शादी हुई थी और 6 माह पूर्व 20 दिनों की छुट्टी पर घर आया था. मृतक के कोई संतान नहीं हैं.