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राजनीति की पिच पर जम कर खेली हेमंत की पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन

पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन की सोमवार को झारखंड की एक्टिव राजनीति में एंट्री हो गयी. गिरिडीह में इनकी इंट्री जोरदार रही.

Kalpana Murmu Soren

कल्पना सोरेन

Ranchi: पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन की सोमवार को झारखंड की एक्टिव राजनीति में एंट्री हो गयी. गिरिडीह में इनकी इंट्री जोरदार रही. उन्होंने सबसे पहले पीरटांड़ प्रखंड के पारसनाथ पर्वत पर स्थित मांझी थान में पूजा-अर्चना की. पूजा मधुबन स्थित मांझी थान के पूजारियों ने करायी. इसके बाद उन्होंने मधुबन स्थित भोमिया सफबाबा की भी पूजा की. पूजा-अर्चना करने के बाद वह गिरिडीह के लिए रवाना हुईं. इस दौरान मंत्री बेबी देवी, विधायक सुदिव्य कुमार सोनू सहित कई झामुमो नेता उनके साथ मौजूद रहे.

हेमंत ने कहा , मैं अभी जिंदा हूं

गिरिडीह में झामुमो के स्थापना दिवस समारोह के मंच पर आते ही उनका जोरदार अभिनंदन हुआ. जमकर नारेबाजी हुई. कल्पना सोरेन ने सभी का हाथ जोड़कर और हाथ उठाकर अभिवादन किया. वे मंच पर संथाली हरे पाढ़ वाली साड़ी पहनकर पहुंची थी. उन्होंने माइक थामा और अपनी बातें शुरू की. कल्पना ने कहा, आज 4 तारीख है. कल 3 तारीख को मेरा जन्मदिन था. मुझे हेमंत सोरेन जी से मिलने का समय मिला. इतना कहते ही उनकी आंखे भर आयीं. नम आंखों से कहा कि उन्होंने मेरे कंधे पर हाथ रखा और कहा कि घबराना नहीं. जेल में हूं, लेकिन जिंदा हूं.

झारखंड कभी झुकेगा नहीं

कल्पना सोरेन ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि इन्होंने बहुत बड़ा षड्यंत्र किया गया है. यह बहुत निचले स्तर की घटिया सोच है. ये लोग दिल्ली में बैठते हैं, लेकिन दिल्ली वालों में दिल नहीं धड़कता है. आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यक को कीड़ा-मकोड़ा समझते हैं. व्यवहार से पता चलता है कि कितनी घृणा भरी हुई है. हमारे मुख्यमंत्री को पद से उतारने के लिए षडंयत्र किया. झारखंड सरकार ही नहीं झारखंडी सरकार, आदिवासी, दलित और वंचित सरकार गिराने की मंशा बिखर गई है. हमारे जितने भी विधायक हैं, जितने कार्यकर्ता हैं, मनोबल से प्रतीत होता है कि हमने उनको परास्त तो कर दिया लेकिन आने वाले समय के लिए आप सभी को मिलकर अपने आशीर्वाद को वोट में बदलकर दिखाना है कि झारखंड कभी झुकेगा नहीं.

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कल्पना ने कहा कि मेरे पति को षड्यंत्र के तहत जेल में भेज दिया गया.हेमंत जी को जेल तो भेज दिया लेकिन यहां मौजूदा विधायकों, कार्यकर्ताओं और आम समर्थकों का उत्साह देखकर लगता है कि मनोबल नहीं तोड़ पाए. परास्त नहीं कर पाए. हम मजबूती से खड़े हैं. आने वाले समय में इस मनोबल और उत्साह को वोट रूपी आशीर्वाद में बदलकर विपक्ष को यकीन दिलाना है कि झारखंड कभी नहीं झुकेगा. झारखंडी कभी नहीं झुकता.कल्पना सोरेन ने कहा कि 2019 के विधानसभा चुनाव में किसे जनादेश मिला आप सब जानते हैं. झारखंडी सरकार बनी. जिस दिन से सरकार का गठन हुआ, विपक्ष चाल चलने लगा. इसे गिराने की साजिशें की जाने लगी .कल्पना सोरेन ने कहा कि षड्यंत्र में फंसाकर मेरे पति को जेल भेज दिया गया. मैं पूछना चाहती हूं कि उनका अपराध क्या था. केंद्र से बकाया 1.36 लाख करोड़ रुपये मांगना क्या अपराध था ? ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण देना क्या अपराध था? झारखंड की कला संस्कृति का संरक्षण करना क्या अपराध था? सरना धर्म कोड की मांग क्या अपराध था या किसानों का ऋण माफ करना अपराध था? उन्होंने कहा कि विपक्ष की सोच इतनी गंदी है कि उन्होंने इस बात की भी परवाह नहीं की कि एक व्यक्ति राज्यवासियों के कल्याण के लिए काम कर रहा है.

होर्डिंग – पोस्टर से पटा था इलाका

हेमंत सोरेन के जेल जाने और राज्य में नई सरकार गठन के बाद राजनीति तौर पर अपने पहले कार्यक्रम में भाग लेने गिरिडीह पहुंची कल्पना सोरेन के साथ हेमंत के पोस्टर होर्डिंग से कार्यक्रम स्थल से लेकर शहर और पूरा गिरिडीह पटा रहा. हर चौक-चौराहा, बाईबास और कार्यक्रम में स्थल पर हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन के बड़े-बड़े कट आउट और पोस्टर लगे हुए थे कुल मिलाकर राजनीति की पिच पर कल्पना मुर्मू सोरेन का पहला कदम राजनीतिक हल्का में अच्छा माना जा रहा है.

-भारत एक्सप्रेस

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