Delhi Water Crisis
Lucknow News: यूपी की राजधानी लखनऊ के निवासियों के लिए एक अच्छी खबर है. यहां के लोगों को सातो दिन 24 घंटे पानी देने के लिए 13 करोड़ रुपए का पायलट प्रोजेक्ट बनकर तैयार हो गया है, जो कि शासन को भेजा गया है. शासन स्तर से बजट पास होते ही इस पर काम शुरू हो जाएगा और जल्द ही लोगों को पानी की किल्लत से निजात मिल सकेगी.
बता दें कि इस सम्बंध में लखनऊ के गोमतीनगर के वास्तु खंड में 13 करोड़ रुपये खर्च कर पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा. अगर ये प्रयोग सफल रहा तो इसे पूरी राजधानी में लागू किया जाएगा. प्रोजेक्ट शासन को भेज दिया गया है, वहां से बजट मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा. अभी जलकल विभाग सुबह और शाम पानी की सप्लाई करता है. इसे अब 24 घंटे सातों दिन करने की योजना है.
इस पायलट प्रोजेक्ट के लिए शहर के 110 वार्डों में से चिनहट द्वितीय को चुना गया है. इसमें गोमतीनगर का अधिकतर इलाका आता है, जिसमें वास्तु खंड भी है. यहां के करीब एक हजार मकानों में वाटर मीटर लगाए जाएंगे. ऐसे में जितना पानी खर्च होगा, उतना बिल आएगा.
जल निगम में पेयजल के प्रोजेक्ट मैनेजर मनोज कुमार सिंह ने बताया कि प्रयोग सफल रहा तो पूरे शहर के लिए फेजवार प्रोजेक्ट बनाकर शासन को भेजा जाएगा.
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जल निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर महेश कुमार गौतम ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के लिए एक हजार घरों तक नई पाइप लाइन बिछाई जाएगी. साथ ही वाटर मीटर लगाए जाएंगे. बताया कि पानी स्टोरेज के लिए पहले से टंकियां और भूमिगत जलाशय हैं. ऐसे में इन्हें बनाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
रोजाना 2.4 एमएलडी पानी खर्च होने का है अनुमान
प्रोजेक्ट मैनेजर ने कहा कि वास्तु खंड के एक हजार मकानों में 24 घंटे में करीब 2.4 मिलियन लीटर डेली (एमएलडी) पानी का खर्च होने का अनुमान है. ऐसे में प्लान बनाया गया है कि पानी की टंकियों या भूमिगत जलाशय में पानी का स्टोरेज हमेशा बने रहे. इसके लिए पानी की लाइन के बीच-बीच में डिजिटल सिस्टम वाले आटोमैटिक मीटर लगाए जाएंगे. ये एक पोर्टल से जुड़े रहेंगे, जिससे पता चलता रहेगा कि कितना पानी जमा है और कितना खर्च हो गया.
जल्द ही शुरू होने वाला है पायलट प्रोजेक्ट
जलकल के महाप्रबंधक रामकैलाश ने बताया कि गोमतीनगर के वास्तु खंड में 24 घंटे सातों दिन पानी आपूर्ति की योजना बना ली गई है. यह पायलट प्रोजेक्ट शुरू होने वाला है, इसमें पानी के खर्च के आधार पर वाटर टैक्स लिया जाएगा. योजना सफल रही तो इसे पूरे शहर में लागू किया जाएगा.
-भारत एक्सप्रेस