Bharat Express

Lucknow: सीएम आवास के बाहर युवक ने किया आत्मदाह का प्रयास, दी थी भाजपा विधायक को जान से मारने की धमकी

सीओ सफीपुर ऋिषी कांत शुक्ल का कहना है कि युवक ने सोशल मीडिया के साथ ही एसपी के पीआरओ को फोन पर भी विधायक को जान से मारने की धमकी दी थी.

आत्मदाह करने वाले युवक की हुई मौत

Lucknow News: सोशल मीडिया पर भाजपा विधायक को गोली मारने की धमकी देने वाले युवक ने बुधवार की दोपहर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के पास आत्मदाह करने की कोशिश की. युवक का आरोप है कि वह विधायक के उत्पीड़न से परेशान था. इसीलिए उसने जान देने की कोशिश की. युवक उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के माखी थाना के चकलवंसी का रहने वाला बताया जा रहा है और उसका नाम आनन्द मिश्रा है.

आरोप है कि युवक ने 21 अप्रैल को सोशल मीडिया पर विधायक बंबा लाल दिवाकर को गोली मारने की धमकी दी थी. इस पर पुलिस आनंद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तलाश कर रही थी. इसी बीच वह मौका पाते ही लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के पास जा पहुंचा. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि युवक जैसे ही सीएम आवास के करीब पहुंचा उसने खुद को आग के हवाले कर दिया. गौतमपल्ली थाने की पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और कम्बल डालकर आग पर काबू पाया गया. इसके बाद तत्काल उसे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया.

ये भी पढ़ें- UP Board Result-2023: जेल में बंद अपहरण-हत्या के आरोपियों ने पास की हाईस्कूल-इंटर की परीक्षा, महिला बंदी ने भी पाई सफलता

युवक ने ये लगाए आरोप

फिलहाल युवक की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. युवक का आरोप है कि क्षेत्र के दंबग विधायक की शह पर उसको प्रताड़ित किया जा रहा था, जिसको लेकर पुलिस से स्थानीय प्रशासन तक वह शिकायत लेकर गया लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी. इसी के बाद उसने यह कदम उठाया. वहीं पुलिस उसके आग लगाने के अन्य कारणों का भी पता लगा रही है.

सोशल मीडिया पर विधायक को ये दी थी धमकी

बताया जाता है कि युवक ने सोशल मीडिया पर एक मैसेज शेयर किया था जिसमें लिखा था, “मैं महाकाल बाबा की सौगंध खाता हूं, मैं उनका भक्त हूं, जुलाई में हमारी गोली का निशाना बीजेपी विधायक बंबा लाल बनेंगे, यदि हमारे साथ इंसाफ हुआ तो सही है. यदि नहीं हुआ तो जुलाई में बंबा लाल विधायक पर शोक मनाना, ये महाकाल भक्त की चेतावनी है.”

की जाएगी कार्रवाई

सीओ सफीपुर ऋिषी कांत शुक्ल का कहना है कि युवक ने सोशल मीडिया के साथ ही एसपी के पीआरओ को फोन पर भी विधायक को जान से मारने की धमकी दी थी, जिसके बाद उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. उसने धमकी देने का कारण नहीं बताया था. जांच में सामने आया है कि उसका 2021 में एक्सीडेंट हुआ था, जिसमें उसका कहना है कि मेरी मदद नहीं की गई थी, जिससे वह आहत है. वहीं एक मारपीट मामले में भी उसकी सुनवाई नहीं हुई थी.

-भारत एक्सप्रेस

 



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read