मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव (फाइल फोटो)
साल 2025 की शुरुआत में ही, 5 जनवरी को मध्य प्रदेश में तीन पंचायतों के नाम बदले गए थे. अब एक बार फिर, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 11 गांवों के नाम बदलने की घोषणा की है. शाजापुर जिले के कालापीपल में जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने इन गांवों के नए नामों की घोषणा की. मुख्यमंत्री ने बताया कि यह कदम स्थानीय लोगों की भावनाओं और लंबे समय से उठ रही मांग को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है.
इन गांवों के बदले गए नाम
मुख्यमंत्री ने जिन गांवों के नाम बदले हैं, वे पहले मुस्लिम समुदाय से जुड़े नामों के लिए जाने जाते थे. अब इन्हें नई पहचान दी गई है:
मोहम्मदपुर मच्छनाई का नाम बदलकर मोहनपुर रखा गया.
ढाबला हुसैनपुर को अब ढाबला राम कहा जाएगा.
मोहम्मदपुर पावड़िया अब रामपुर पावड़िया बन गया.
खजूरी अलहदाद का नाम बदलकर खजूरी राम किया गया.
हाजीपुर को अब हीरापुर कहा जाएगा.
निपानिया हिसामुद्दीन का नाम बदलकर निपानिया देव रखा गया.
रीछड़ी मुरादाबाद को अब रीछड़ी नाम से जाना जाएगा.
खलीलपुर का नाम बदलकर रामपुर कर दिया गया.
घट्टी मुख्तियारपुर अब सिर्फ घट्टी कहलाएगा.
ऊंचछोड़ को नया नाम ऊंचावड़ दिया गया.
शेखपुर बोंगी अब अवधपुरी के नाम से जाना जाएगा.
जनता की मांग पर हुआ फैसला
मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों और कस्बों के नाम अब जनता की भावनाओं को दर्शाएंगे. उन्होंने यह भी बताया कि कई लोग गांवों के पुराने नामों से असहज महसूस कर रहे थे. ऐसे में उनकी मांग को पूरा करना सरकार की जिम्मेदारी थी.
उन्होंने कहा, “अगर मोहम्मदपुर मच्छनाई में कोई मोहम्मद नहीं रहता, तो उसका नाम ऐसा क्यों रखा जाए? अगर मुस्लिम लोग रह रहे हों, तो वे अपने नाम रख सकते हैं. लेकिन अगर नहीं, तो नाम बदले जाएंगे.”
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारी संस्कृति में 33 करोड़ देवी-देवता हैं. गांवों के नाम उनसे प्रेरित होकर रखे जा सकते हैं.”
इससे पहले, मुख्यमंत्री ने उज्जैन जिले के तीन गांवों के नाम बदले थे. गजनिखेड़ी पंचायत का नाम चामुंडा माता गांव रखा गया. जहांगीरपुर को जगदीशपुर और मौलाना गांव को विक्रम नगर नाम दिया गया.
-भारत एक्सप्रेस
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