
प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश): भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेत्री और पूर्व सांसद रत्ना सिंह के पति महाराज जय सिंह सिसोदिया का लंबी बीमारी के बाद रविवार को निधन हो गया. वे राजस्थान के प्रतापगढ़ राजघराने के राजा थे. महाराज जय सिंह सिसोदिया ने अंतिम सांस उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध कालाकांकर किले में ली, जो रत्ना सिंह का पैतृक निवास है. उनके निधन से न केवल राजघराने में, बल्कि राजनीतिक और सामाजिक हलकों में भी शोक की लहर दौड़ गई है.
महाराज जय सिंह सिसोदिया काफी समय से थे बीमार
महाराज जय सिंह सिसोदिया काफी समय से बीमार चल रहे थे और उनका इलाज लगातार चल रहा था. वे एक सौम्य और विद्वान व्यक्तित्व के धनी थे और सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय भूमिका निभाते थे। उनकी सादगी और शालीनता के लिए वे विशेष रूप से पहचाने जाते थे।
कालाकांकर किले में शोक की लहर
उनके निधन की खबर फैलते ही कालाकांकर किले में शोक व्यक्त करने वालों का तांता लग गया. राजनीतिक, सामाजिक और स्थानीय क्षेत्रों की तमाम हस्तियां उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचीं. भाजपा नेता, स्थानीय विधायक, विभिन्न दलों के प्रतिनिधि और आम जनता ने उनके पार्थिव शरीर के दर्शन कर उन्हें अंतिम विदाई दी.
पति के निधन से बेहद दुखी हैं रत्ना सिंह
रत्ना सिंह, जो तीन बार प्रतापगढ़ से सांसद रह चुकी हैं, अपने पति के निधन से बेहद दुखी हैं. परिवार और समर्थक इस कठिन समय में उनके साथ खड़े हैं.
कालाकांकर में ही किया जाएगा अंतिम संस्कार
महाराज जय सिंह सिसोदिया के निधन से न केवल एक राजघराने का स्तंभ चला गया, बल्कि प्रतापगढ़ की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत का भी एक अहम हिस्सा अब स्मृति बन गया है. उनका अंतिम संस्कार पारिवारिक परंपराओं के अनुसार कालाकांकर में ही किया जाएगा.
-भारत एक्सप्रेस
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