एसआईपी में शुद्ध प्रवाह 233 फीसदी बढ़ा, म्यूचुअल फंड में 135 प्रतिशत की वृद्धि
भारत में एसआईपी में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है. एक रिपोर्ट के मुताबिक सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) में शुद्ध प्रवाह 233 फीसदी (सालाना आधार) बढ़ा है.
वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में भारत की इंडस्ट्रियल वृद्धि दर बढ़ेगी, महंगाई में आएगी कमी : रिपोर्ट
रिपोर्ट के अनुसार, खाद्य मुद्रास्फीति में कमी आने के कारण आने वाले महीनों में महंगाई दर में गिरावट देखने को मिल सकती है.
शहरी खपत के बल पर भारत 2025 में मजबूत वृद्धि के लिए तैयार, GDP 6.8% पर अपरिवर्तित: S&P
2025-26 और 2026-27 के लिए, S&P ग्लोबल रेटिंग्स ने भारत के GDP विकास पूर्वानुमान को क्रमशः 6.7 प्रतिशत और 6.8 प्रतिशत पर रखा, जो इसके पिछले अनुमानों से 20 आधार अंक (बीपीएस) कम है.
भारतीय अर्थव्यवस्था में मजबूती के कारण एफआईआई की लगातार बिकवाली का दौर थमा
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने अपनी रणनीति में स्पष्ट बदलाव करते हुए खरीदार का रुख अपनाया है. बाजार पर नजर रखने वालों ने शनिवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में भू-राजनीतिक परिस्थितियों के बावजूद मजबूती बनी हुई है.
भारतीय बाजार में पहुंच बढ़ाएगी फ्रांसिसी कंपनी Saint-Gobain, कहा- 10 साल में 3 गुना बढ़ेगा हमारा कारोबार
Saint-Gobain In India: फ्रांसिसी सतत निर्माण कंपनी सेंट-गोबेन (Saint-Gobain) की भारत की ओर बढ़ती दिलचस्पी ये जाहिर करती है कि दुनिया में देश की साख बढ़ रही है. यह कंपनी भारत में अपना कारोबार बढ़ाने पर जोर दे रही है.
सहकारी समितियां साल 2030 तक 5.5 करोड़ प्रत्यक्ष रोजगार और 5.6 करोड़ स्वरोजगार के अवसर पैदा कर सकती हैं: रिपोर्ट
Self Employment: सहकारी समितियों में 2030 तक 55 मिलियन प्रत्यक्ष रोजगार और 56 मिलियन स्वरोजगार के अवसर पैदा करने की क्षमता है, जिससे रोजगार सृजनकर्ता के रूप में उनकी भूमिका और भी बढ़ जाएगी.
अर्थव्यवस्था का 55% हिस्सा सकारात्मक रूप से बढ़ रहा, कृषि में सुधार के संकेत, अच्छी संभावनाओं की जताई गई उम्मीद: रिपोर्ट
रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि उद्योगों, विशेष रूप से छोटे और मध्यम उद्यमों का ऋण तेजी से बढ़ रहा है और मजबूत डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे ने ऋण तक पहुंच को बढ़ाया है.
नवंबर महीने में भारतीय अर्थव्यवस्था की बल्ले-बल्ले! बिजनेस एक्टिविटी 3 महीने के उच्चतम स्तर पर
सर्विस सेक्टर में सबसे अधिक वृद्धि देखी गई, जहां पीएमआई 58.5 से बढ़कर 59.2 तक पहुंच गया, जो अगस्त के बाद का सर्वोच्च स्तर है. इसके साथ ही, रोजगार सृजन में भी ऐतिहासिक वृद्धि हुई है.
नवंबर में भारत के निजी क्षेत्र में वृद्धि बनी रही, लागत दबावों के बीच उत्पादन और रोजगार में तेजी
नवंबर में भारत के निजी क्षेत्र की वृद्धि मजबूत रही, जिसमें नए व्यापार और निर्यात बिक्री में बढ़ोतरी ने उत्पादन वृद्धि को बढ़ावा दिया. सेवा क्षेत्र में रोजगार सृजन में तेजी आई, जबकि विनिर्माण क्षेत्र ने भी मजबूती से प्रदर्शन किया.
भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत विकास के साथ बेहतर स्थिति में, 2024 में 7.2% की वृद्धि का अनुमान: Moody’s Report
मूडीज रेटिंग्स के अनुसार, यह भी उम्मीद है कि अप्रैल-जून तिमाही में 6.7 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज करने के बाद जुलाई-सितंबर तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था अपनी स्थिर गति बनाए रखेगी.