अमित शाह
Hanuman Jayanti: रामनवमी के दौरान पश्चिम बंगाल और बिहार में हुई सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं के मद्देनजर केंद्र ने सभी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को हनुमान जयंती (6 अप्रैल) के अवसर पर कानून-व्यवस्था एवं शांति सुनिश्चित करने एवं सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करने की आशंका वाले कारकों पर नजर रखने का बुधवार को निर्देश दिया है. पश्चिम बंगाल और बिहार में रामनवमी पर हिंसा की खबरों के बाद गृह मंत्रालय एक्शन में आया है.
गृह मंत्री के कार्यालय की तरफ से ट्वीट किया गया, ‘‘राज्य/केंद्रशासित प्रदेश की सरकारों को कानून-व्यवस्था बनाए रखने, त्योहार के दौरान शांति कायम रखने और समाज में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की आशंका वाले हर प्रकार के कारक पर नजर रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.’’
रामनवमी की शोभायात्राओं को लेकर पिछले कुछ दिन में पश्चिम बंगाल के हुगली और हावड़ा जिलों में झड़प, आगजनी एवं बमबारी की घटनाएं हुई हैं. इन घटनाओं के दौरान हावड़ा में कई वाहनों को आग लगा दी गई थी और कई दुकानों में तोड़फोड़ की गई थी. हुगली में उपद्रवियों ने पुलिस के वाहन को आग के हवाले कर दिया.
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बिहार और बंगाल में हुई थी हिंसा
वहीं पश्चिम बंगाल के रिसड़ा में रविवार को रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान पथराव किया गया. इस शोभायात्रा में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष और पुरसुरा से पार्टी के विधायक बिमान घोष मौजूद थे. इस हिंसा में विधायक घायल हो गए थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं पथराव की इस घटना के बाद इलाके में तनाव है. हिंसा की वारदात के बाद पूरे इलाके में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं हैं.
गृह मंत्रालय ने हावड़ा जिले में रामनवमी के दौरान हुई हिंसा पर राज्य सरकार से एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. दूसरी तरफ, बिहार के सासाराम और बिहार शरीफ कस्बों में भी रामनवमी के दिन हिंसा की खबरें आईं थीं, जिसके बाद वाहनों, घरों और दुकानों को आग लगा दी गई थी और इस दौरान कई लोग घायल हो गए थे. इस मामले में 170 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बंगाल और बिहार में हिंसा की घटनाओं के बाद देश में सियासत गरमाई हुई है.
-भारत एक्सप्रेस
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