Bharat Express

MP: सीहोर में ढाई साल की मासूम खेलते समय जा गिरी 300 फीट गहरे बोरवेल के गड्ढे में

MP: बच्ची को सुरक्षित निकालने के लिए जेसीबी और पोकलेंन मशीन की मदद से समानांतर गड्ढा खोदा जा रहा है.

Sihore-Mp-News

बोरवेल में गिरी बच्ची

MP: मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में ढाई साल की बच्ची लगभग 300 फीट गहरे बोरवेल के गड्ढे में गिर गई है. जिसके बाद से बच्ची के परिजनों और आसपास के लोगों में चीख पुकार मच गई. मिली जानकारी के अनुसार बच्ची लगभग 25 फीट की गहराई पर फंसी हुई है और उसे सुरक्षित निकालने के लिए जेसीबी व पोकलैंन मशीन की मदद से खुदाई की जा रही है. वहीं सीसीटीवी कैमरे से बच्ची पर नजर रखी जा रही है.

खेलते समय हुआ हादसा

जानकारी के अनुसार, सीहोर जिले के मुंगावली गांव में राहुल कुशवाहा की ढाई साल की बच्ची सृष्टि घर के पास ही खेत में खेल रही थी और वह बोरवेल के खुले पड़े गड्ढे में जा गिरी. बच्चे की दादी कलावती बाई ने बताया, “मंगलवार की दोपहर को सृष्टि खेलने का कहकर गई थी, घर के पास ही दूसरे का खेत है. बोरवेल पर तगाड़ी रखी थी, मेरी पोती उस पर बैठी और अंदर गिर गई. मैंने चिल्लाते हुए उसे पकड़ने लगी, लेकिन वह बोरवेल में गिर चुकी थी, उसके बाद से गांव और प्रशासन के अधिकारी बच्ची को बाहर निकालने के अभियान में लगे हुए हैं.” वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहत और बचाव अभियान को तेज करने के निर्देश दिए हैं.

सीएम ने ट्वीट कर दी जानकारी

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर बताया है कि सीहोर के ग्राम मुंगावली में मासूम बेटी के बोरवेल में गिरने की दुखद सूचना प्राप्त हुई, एसडीआरएफ की टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंच गई और बेटी को बोरवेल से निकालने की कार्यवाही शुरू कर दी है. उन्होंने लिखा, “मैंने स्थानीय प्रशासन को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये हैं. मैं भी सतत प्रशासन के संपर्क में हूं. रेस्क्यू टीम बच्ची को सुरक्षित बचाने के लिए प्रयासरत है. बिटिया की कुशलता की प्रार्थना करता हूं.”

इसे भी पढ़ें: Odisha Train Accident: FIR में रेलवे कर्मचारियों का दोष अभी निर्धारित नहीं किया गया- ओडिशा हादसे पर CBI का बयान

की जा रही है ऑक्सीजन की आपूर्ति

प्रशासनिक अमला मौके पर तैनात है, बच्ची को सुरक्षित निकालने के लिए जेसीबी और पोकलेंन मशीन की मदद से समानांतर गड्ढा खोदा जा रहा है, वहीं बच्ची की हरकत पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे की मदद ली जा रही है और ऑक्सीजन की आपूर्ति भी की जा रही है.

Also Read