
सांकेतिक तस्वीर.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शनिवार को 2019 के तमिलनाडु रामलिंगम हत्याकांड से जुड़े दो फरार आरोपियों को गिरफ्तार किया. यह मामला प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़ा हुआ है.
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अब्दुल मजीद और शाहुल हमीद के रूप में हुई है, जो तमिलनाडु के तंजावुर जिले के रहने वाले हैं. NIA की जांच में खुलासा हुआ है कि दोनों आरोपी हत्या में शामिल थे और PFI के सदस्य हैं.
5 फरवरी 2019 को थिरुभुवनम के पेरियापल्ली मस्जिद के पास इन दोनों ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर रामलिंगम के हाथ काटने की साजिश रची थी. इसका उद्देश्य लोगों के बीच डर पैदा करना और सांप्रदायिक नफरत फैलाना था.
मार्च 2019 में तमिलनाडु पुलिस से जांच का जिम्मा संभालने के बाद, NIA ने अगस्त 2019 में NIA विशेष अदालत, चेन्नई में इस मामले (RC-06/2019/NIA/DLI) में 18 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी.
चार्जशीट में नामित 18 आरोपियों में से 6 फरार थे, जिनकी गिरफ्तारी पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था. इन सभी को NIA विशेष अदालत ने प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर्स घोषित किया था.
2021 में, NIA ने इन 6 में से एक फरार आरोपी रहमान सादिक को गिरफ्तार किया था. इसके बाद नवंबर 2024 में एजेंसी ने अब्दुल मजीद और शाहुल हमीद का पता कोडाइकनाल के पूंबराई क्षेत्र में लगाया था. उस समय इन्हें पनाह देने वाले मोहम्मद अली जिनाह को गिरफ्तार किया गया था, जो मामले में 19वां आरोपी था. हालांकि, अब्दुल और शाहुल तब फरार हो गए थे.
NIA ने अब दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और शेष फरार आरोपियों की तलाश जारी है. यह एजेंसी इस मामले की जांच को तेजी से आगे बढ़ा रही है.
NIA का कहना है कि यह गिरफ्तारी न्याय की ओर एक और कदम है और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर कार्रवाई जारी रहेगी.
-भारत एक्सप्रेस
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