कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम (फोटो ट्विटर)
UP Politics: लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन की सांस टूटती हुई दिखाई दे रही है, क्योंकि जहां एक ओर ममता बनर्जी के साथ ही पंजाब की आप ने साथ छोड़ा तो वहीं नीतीश भी साथ छोड़ गए हैं. ऐसे में सवाल ये उठता है कि भाजपा को केंद्र की सत्ता से हटाने के लिए इंडिया गठबंधन की छत के नीचे आए विरोधी दलों का सपना आखिर कैसे पूरा होगा? तो दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने ही इंडिया गठबंधन को वेंटिलेटर पर होने की बात कह दी है. इसी के साथ ये भी कह दिया है कि नीतीश कुमार ने इसका अंतिम संस्कार भी कर दिया है. साथ ही सवाल खड़ा किया है कि आखिर क्या होगा इंडिया गठबंधन का.
#WATCH गाज़ियाबाद: कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, "कांग्रेस किसी को रोकने की कोशिश नहीं करती। जिसे जाना हो जाओ। कांग्रेस एक महान पार्टी है… INDIA गठबंधन जब से बना तभी से ये गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हो गया… अंत में वेंटिलेटर पर गया… कल नीतीश कुमार ने इसका अंतिम… pic.twitter.com/CedJaYOaON
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 29, 2024
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “कांग्रेस किसी को रोकने की कोशिश नहीं करती. जिसे जाना हो जाओ. कांग्रेस एक महान पार्टी है, INDIA गठबंधन जब से बना तभी से ये गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हो गया. अंत में वेंटिलेटर पर गया. कल नीतीश कुमार ने इसका अंतिम संस्कार भी कर दिया. अब INDIA गठबंधन का क्या होगा?” बता दें कि लोकसभा चुनाव से ठीक कुछ महीने पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर भाजपा का हाथ थाम कर आगे बढ़ गए हैं. तो दूसरी ओर राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकालने में जुटी है औऱ दूसरी तरफ विपक्षी गठबंधन कमजोर होता दिखाई दे रहा है. अब तक केवल बंगाल और पंजाब में ही विपक्षी इंडिया गठबंधन कमजोर होता दिखाई दे रहा था लेकिन अब बिहार में भी इसकी पकड़ ढीली होती दिखाई दे रही है. ऐसे में बहुत से सवाल ये उठ रहा है कि आखिर विपक्षी गठबंधन आगे किस तरह और किस रणनीति के साथ आगे बढ़ेगा?
नीतीश कुमार के 9वीं बार सीएम बनने पर ये काम हुआ पहली बार
मालूम हो कि पिछले एक हफ्ते से बिहार की राजनीति में जमकर उथल-पुथल मची हुई थी और आखिरकार तमाम कयासों पर रविवार को विराम लग गया, जब नीतीश कुमार ने दोपहर में राज्यपाल से मुलाकात करके उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया और इसके तुरंत बाद भाजपा की बैठक हुई और फिर उन्होंने नौवीं बार सीएम पद की शपथ ली, लेकिन इस बार एक सीएम के साथ दो डिप्टी सीएम भी बनाए गए हैं. शाम पांच बजे नीतीश कुमार ने 9वीं बार बिहार के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. तो वहीं इस पूरे घटनाक्रम में सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि, बिहार की राजनीति में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी मुख्यमंत्री ने दिन में इस्तीफा दिया हो और शाम को शपथ ग्रहण समारोह भी हो गया हो.
-भारत एक्सप्रेस