
देशभर में हत्या, आपराधिक साजिश और खतरनाक अपराधों के लिए वांछित कुख्यात गैंगस्टर जोगिंदर ग्योंग को फिलीपींस से भारत लाया गया है. इंटरपोल के रेड नोटिस और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के ग्लोबल ऑपरेशंस सेंटर की सटीक योजना और समन्वय के बाद इस खतरनाक अपराधी को पकड़ा गया.
हरियाणा पुलिस के लिए सिरदर्द बना जोगिंदर ग्योंग 2017 में दर्ज एफआईआर नंबर 1337 के तहत हत्या और आपराधिक साजिश के मामले में वांछित था. आरोप है कि उसने अपने भाई सुरेंद्र ग्योंग की मौत का बदला लेने के लिए एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी. सुरेंद्र, जो खुद भी एक कुख्यात अपराधी था, हरियाणा पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया था. जोगिंदर ने अपने भाई की मौत का जिम्मेदार एक व्यक्ति को ठहराया, जिसे उसने साजिश के तहत मौत के घाट उतार दिया. जोगिंदर ग्योंग केवल हरियाणा ही नहीं, बल्कि दिल्ली सहित कई राज्यों में अपराधों में लिप्त रहा है. उस पर हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती, फिरौती के लिए अपहरण और खतरनाक धमकियां देने जैसे संगीन आरोप हैं.
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CBI ने हरियाणा पुलिस के अनुरोध पर 25 अक्टूबर 2024 को इंटरपोल से रेड नोटिस जारी करवाया था, जिसे दुनियाभर की कानून प्रवर्तन एजेंसियों को भेजा गया. इसी नोटिस के तहत जोगिंदर ग्योंग को फिलीपींस से ट्रैक कर भारत वापस लाया गया. आरोपी को फिलीपींस से बैंकॉक होते हुए दिल्ली एयरपोर्ट पर उतारा गया, जहां उसे तुरंत हिरासत में ले लिया गया.
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरते ही जोगिंदर ग्योंग को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, साउदर्न रेंज के हवाले कर दिया गया. दिल्ली पुलिस अब इस खतरनाक अपराधी के खिलाफ आगे की कार्रवाई कर रही है.
CBI, भारत में इंटरपोल के नेशनल सेंट्रल ब्यूरो के रूप में, सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ समन्वय करती है.2021 से अब तक इंटरपोल के माध्यम से 100 से अधिक वांछित अपराधियों को भारत वापस लाया गया है. जोगिंदर ग्योंग की गिरफ्तारी ने न केवल हरियाणा पुलिस बल्कि देशभर की कानून एजेंसियों के लिए एक बड़ी सफलता के रूप में दर्ज की गई है.
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