चलन से बाहर 500 और 1000 के पुराने नोट.
500-1000 Rupee Notes: आज से करीब सात साल पहले यानी 2016 में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा जिन 500 और 1000 के नोट को चलन से बाहर कर दिए गए थे वे आज भी पड़ोसी देश नेपाल में चलाए जा रहे हैं. वहां स्थानीय लोगों और सुरक्षा एजेंसियों की आखों में धूल झोंककर इस धंधे को अंजाम दिया जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नेपाल के कई बाजारों में इन नोटों को खपाने के लिए नोट मालिक को एक तिहाइ हिस्सा दिया जा रहा है.
चलने से बाहर हो गए थे 200, 500, 1000 और 2000 के नोट
बता दें कि भारत में नोटबंदी के बाद से नेपाल में भी भारत के 200, 500, 1000 और 2000 से नोटों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. हालांकि, बाद में नेपाल राष्ट्र बैंक ने अलग-अलग बैंकों में 500 से 68,157 और 1000 के 16,552 नोट मौजूद होने की जानकारी दी थी. फिर भी, नेपाल में ढाबा, होटल, जनरल स्टोर और टूर और ट्रैवल व्यापारियों के पास भारतीय नोट बचे थे.
500 और 1000 के पुराने नोट के साथ पकड़ा गया कैरियर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नेपाल से भारत में मुद्रा हस्तांतरण करने को लेकर एक साझा होने की उम्मीद है. जिसकी उम्मीद में सिंडिकेट से जुड़े सदस्य भारत में बंद नोटों को नेपाल में औने-पौने दाम में खपा रहे हैं.
कहां से पकड़ा गया कैरियर
बीते बुधवार (11 सितंबर 2024) को महाराजगंज में भारत नेपाल बॉर्डर पर 500 और 1000 के बंद 199 नोटों के साथ रामविनोद शर्मा को पकड़ा गया है, जिससे पूछताछ के बाद कई अहम जानकारियां प्राप्त हुई हैं. जानकारी के मुताबिक, सिंडिकेट से जुड़े सुरेंद्र कुमार दुबे की तलाश में जगह-जगह छापेमारी की जा रही है.
2028 में बरामद किए गए थे 1 करोड़ 11 लाख रुपये के पुराने नोट
बता दें कि इससे पहले साल 2018 में उत्तर प्रदेश के बस्ती में पांच लोगों के पास से 500 और 1000 के 1 करोड़ 11 लाख रुपये बरामद किए गए थे. गिरफ्त में लिए गए पांच लोगों में से दो आजमगढ़ के और तीन नेपाल के थे. बरामद किए गए नोटों को नेपाल में खपाने की योजना थी.
इतना ही नहीं, 2018 में गाजियाबाद पुलिस ने नेपाल में खापने के लिए 1 करोड़ के पुराने नोटों के साथ 10 लोगों को गिरप्तार किया गया था.
-भारत एक्सप्रेस
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