संसद की सुरक्षा में चूक का मामला.
Parliament Security Breach: संसद में शीतकालीन सत्र चल रहा है. 13 दिसंबर को संसद पर हुए हमले की 22वीं बरसी थी. इसी दौरान सुरक्षा में चूक का बड़ा मामला सामन आया. दर्शक दीर्घा में बैठे दो लोग अचानक से हाथ में स्मोक स्प्रे लेकर सांसदों के बीच कूद गए. जहां उन्होंने स्प्रे से धुआं फैला दिया. इस दौरान दोनों ने नहीं चलेगी तानाशाही का नारा भी लगाया. अब इस मामले में गृह मंत्रालय ने बड़ा कदम उठाते हुए SIT गठित कर मामले की जांच के आदेश दिए हैं. 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. वहीं बताया जा रहा है कि दो आरोपी अभी भी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है. वहीं दिल्ली पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ यूएपीए का मामला दर्ज किया है.
एसआईटी करेगी मामले की जांच
गृह मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि लोकसभा सेक्रेटरी जनरल के पत्र पर मंत्रालय ने सीआरपीएफ डीजी अनीश दयाल सिंह की अध्यक्षता में SIT गठित की गई है. इसमें सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों को सदस्य के तौर पर शामिल किया गया है. गृह मंत्रालय ने कहा कि गठित की गई एसआईटी इस बात की जांच करेगी कि कैसे सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक हो गई. इसके साथ ही संसद की सुरक्षा को बेहतर और मजबूत करने के लिए भी रिपोर्ट देगी.
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अब तक 5 लोग हुए गिरफ्तार
संसद में सुरक्षा की चूक में मामने में पुलिस ने अभी तक 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इसमे एक लड़की भी शामिल है जिसका नाम नीलम है. उसने संसद के बाहर प्रदर्शन किया था. अब नीलम को लेकर नई-नई बातें सामने आ रही हैं. सोशल मीडिया पर उसके कई पुराने वीडियो सामने आए हैं. एक वीडियो में ऐसा दावा किया जा रहा है कि उसने एक रैली में कांग्रेस को चुनाव जीताने के लिए समर्थन किया. इसके अलावा अब यह भी कहा जा रहा है कि नीलम ने किसान आंदोलन से लेकर कई दूसरे धरनों प्रदर्शनों में हिस्सा लिया है. हालांकि नीलम के परिवार का कहना है कि वह किसी भी संगठन से जुड़ी हुई नहीं हैं.
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नीलम ने क्या कहा?
वहीं जब नीलम ने संसद के बाहर प्रदर्शन कर रही थीं तब उन्होंने मीडिया से कहा था कि, “मेरा नाम नीलम है. भारत सरकार जो हम पर अत्याचार कर रही है, लाठी डंडे चल रही है. अंदर डाला जा रहा है. टॉर्चर किया जा रहा है. हमारे पास और कोई मध्यम नहीं बचा है. हम स्टूडेंट है. हमारा किसी संगठन से संबंध नहीं है. तानशाही बंद करो.
-भारत एक्सप्रेस
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