गोपाल कृष्ण पाल, डायरेक्टर, पटना और गोरखपुर AIIMS
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और पटना स्थित एम्स के डायरेक्टर कृष्ण गोपाल पाल पर गंभीर आरोप लगे हैं. सर्जरी विभाग के एक प्रोफेसर ने दावा किया है कि कृष्ण गोपाल पाल ने फर्जीवाड़ा करते हुए अपने बेटे और बेटी को गलत तरीके से आरक्षण का लाभ दिलाकर एडमिशन कराया है. गोरखपुर एम्स के सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. गौरव गुप्ता मामले को लेकर थाने में तहरीर दी है.
पद के दुरुपयोग का आरोप
तहरीर में कहा गया है कि डायरेक्टर कृष्ण गोपाल पाल ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने बेटे ओरो प्रकाश गुप्ता को माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टर्मेंट में एमडी पीजी कोर्स के लिए एडमिशन कराया है. इसके साथ ही बेटी को पटना एम्स में मेडिसिन विभाग में सीनियर रेजिडेंस पद पर जॉइन कराया है. तहरीर में एडमिशन और नियुक्ति को मानक के विपरीत बताया है.
फर्जी सर्टिफिकेट बनवाने का आरोप
गोपाल कृष्ण पाल पर आरोप है कि उन्होंने जिस पिछड़ा वर्ग का सर्टिफिकेट बनवाकर अपने बेटे और बेटी को लाभ दिलाया है वह फर्जी तरीके से बनवाया गया है. कृष्ण गोपाल पाल सामान्य वर्ग के राजपूत बिरादरी से आते हैं, जबकि उन्होंने ओबीसी का सर्टिफिकेट बनवाया है.
इसके अलावा डॉ. गौरव गुप्ता ने ये भी आरोप लगाया है कि बेटे को जिस क्रीमी लेयर के तहत गोरखपुर एम्स में एडमिशन दिलाया गया है, उसमें भी फर्जीवाड़ा किया गया है. डायरेक्टर की पत्नी प्रभारी पाल पुडुचेरी में प्रोफेसर हैं. दोनों लोगों की आय करीब 90 लाख रुपये है. जबकि नॉन क्रीमी में 8 लाख से कम आय वाले लोग आते हैं. उनकी ओर से दिए गए एफिडेविट में ओबीसी जाति से होने का दावा किया गया है, जबकि वह सामान्य वर्ग से आते हैं.
भारत एक्सप्रेस
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