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Lok Sabha Elections “सड़क नहीं तो 2024 में वोट नहीं”, यूपी के इस गांव के लोगों ने दी चेतावनी, भाजपा पर लगाए आरोप

Gonda: तहसील कर्नलगंज के चकरौत के जंग बहादुरपुरवा के ग्रामवासियों ने आरोप लगाया है कि उनके गांव की सड़क कभी बनी ही नहीं. इसी के साथ धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी भी की.

प्रदर्शन करते गांव के लोग

-विशाल सिंह

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर जहां भाजपा सरकार को घेरने में विपक्ष जुटा हुआ है, वहीं गोंडा में जनता ने भी पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. गोंडा के एक गांव में लोगों ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में वोट देने की चेतावनी दे डाली है. इस गांव के लोगों ने आरोप लगाया है कि उनके गांव की सड़क कभी बनी ही नहीं. वो लोग 21वीं सदी के भारत में पगडंडी पर चलने को मजबूर हैं.

दरअसल तहसील कर्नलगंज के चकरौत के जंग बहादुरपुरवा के ग्रामवासियों ने आरोप लगाया है कि उनके गांव की सड़क कभी बनी ही नहीं. गांव वालों का कहना है कि उन्होंने कई बार जिला प्रशासन और पीडब्ल्यूडी से सड़क को लेकर शिकायत की और कई बार क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से भी सड़क को बनवाने की गुहार लगाई लेकिन उनकी इस समस्या अभी भी जस की तस है. इस पर किसी का कोई कोई ध्यान नहीं जाता. सड़क आज भी कच्ची पड़ी है.

गांव वालों ने कहा कि इसीलिए अगर इस बार रोड नहीं बनी तो वोट भी नहीं देंगे. अपनी इसी मांग को लेकर गांव वालों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में बैठे ग्रामीणों ने एक बैनर लगाया है जिस पर लिखा है, “जन जन की यही पुकार अबकी बने सड़क हमार, “सड़क नहीं बनाओगे तो वोट नहीं पाओगे, “न बिजली है, न स्वास्थ्य है, ये कैसा विकास है”. ग्रामीणों का कहना है कि अगर उनके गांव की सड़क नहीं बनी तो वह 2024 के चुनाव का बहिष्कार करेंगे.

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न बिजली है न पानी और न सड़क

पूर्व ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सुरेश दुबे ने कहा क, एक तरफ सरकार जहां सड़क – बिजली – पानी और जनता की तमाम मूलभूत सुविधाओं को धरातल पर देने की बात कह रही है और बहुत सी जगहों पर सरकार ने अपने इन वादों को पूरा भी किया है तो वहीं गोंडा में सरकार के ही जनप्रतिनिधि चाहे वह सांसद हो या विधायक हो या फिर प्रशासनिक अधिकारी ये सभी सरकार के इन वादों को पलीता लगाते नजर आ रहे हैं. ग्रामीण महिला राम दुलारी सिंह कहती हैं कि, सालों से विकास की राह देख रहे और विकास के लिए तरस रहे हैं. लेकिन यहां कोई विकास नहीं दिखाई दे रहा है. इस मौके पर आक्रोशित गांववालों ने नेताओं और अधिकारियों के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए.

मायावती सरकार में सड़क पर डाल दी गई थी मिट्टी

पूर्व ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सुरेश दुबे ने बताया की मायावती सरकार में सड़क को मिट्टी डालकर पाट दिया गया था. अब हाल यह है कि कच्ची सड़क पर इतने बड़े बड़े गड्ढे हो चुके हैं को लोग गिर जाते हैं. शादी विवाह के लिए बारातियों को पक्की सड़क से पैदल चलकर आना पड़ता है. स्कूल जाने वाले बच्चे आये दिन चोट खाते रहते हैं.

-भारत एक्सप्रेस

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