केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए 8वें केंद्रीय वेतन आयोग (CPC) को मंजूरी दे दी है. यह कदम लगभग 47 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 68 लाख पेंशनभोगियों के लिए राहत और उम्मीद लेकर आया है. मंत्री ने कहा कि सरकार कर्मचारियों की वेतन संरचना और पेंशन से संबंधित सुधारों को प्राथमिकता दे रही है, ताकि वे अपने जीवन स्तर को बेहतर बना सकें.
सरकार का उद्देश्य
उन्होंने आगे कहा कि 8वें वेतन आयोग का गठन केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन, भत्तों और पेंशन के पुनर्निर्धारण के लिए किया जाएगा. यह आयोग मौजूदा आर्थिक स्थितियों, मुद्रास्फीति की दर और कर्मचारियों की वित्तीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सिफारिशें करेगा. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि सरकार का उद्देश्य सभी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को समान लाभ देना और उनके कार्यक्षेत्र में संतुलन स्थापित करना है.
“सबका साथ, सबका विकास”
इस घोषणा से पहले 7वें केंद्रीय वेतन आयोग की सिफारिशों को जनवरी 2016 से लागू किया गया था. 8वें वेतन आयोग के गठन के साथ ही केंद्रीय कर्मचारियों को उम्मीद है कि उनके वेतन में महंगाई के अनुसार संशोधन किया जाएगा और नए भत्तों की शुरुआत होगी. वैष्णव ने यह भी स्पष्ट किया कि यह कदम सरकार की “सबका साथ, सबका विकास” नीति के अनुरूप है, जो समाज के सभी वर्गों को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य रखती है.
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वेतन आयोग का कार्यकाल और उसकी सिफारिशें कब लागू होंगी, इस पर विस्तृत जानकारी जल्द ही साझा की जाएगी. लेकिन यह घोषणा पहले से ही केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए एक सकारात्मक संकेत है, जो लंबे समय से इस आयोग के गठन की प्रतीक्षा कर रहे थे.
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