लड़के-लड़की की शादी.
Mansa District News: पंजाब के मानसा जिले के जवाहरके ग्राम पंचायत में गांव की लड़कियों के लिए विवादित फरमान सुनाया गया है. पंचायत की ओर से कहा गया है कि लड़कियां अपने ही गांव के लड़के से शादी नहीं कर सकतीं. इसके अलावा वे प्रवासी लड़कों से भी शादी नहीं कर पाएंगी, यदि ऐसा हुआ तो गांव से निष्कासन कर दिया जाएगा.
गांव में विवाह पर नए फरमान से उपजा विवाद
जवाहरके ग्राम पंचायत में जारी किए गए नए फरमान की खबरें अब मीडिया और सोशल मीडिया में तेजी से फैल रही हैं. सोशल मीडिया पर कई महिला पत्रकारों ने इस पर नाराजगी जताई है. उनका कहना है कि ये संविधान के खिलाफ है कि लड़कियों को पंजाब राज्य के लड़कों से ही विवाह करने की अनुमति होगी. और, ऐसा भी गलत है कि अगर कोई लड़की किसी प्रवासी लड़के से शादी करती है, तो उसे गांव से निष्कासित कर दिया जाएगा. पंचायत के इस फैसले को एक प्रकार की सजा के रूप में देखा जा रहा है.
गुरुद्वारे में साधारण भोजन बनाने का प्रस्ताव
ग्राम पंचायत ने एक और प्रस्ताव पारित किया है, जिसके तहत गांव के गुरुद्वारे में अंतिम अरदास के मौके पर केवल साधारण भोजन बनाने का आदेश दिया गया है. इस प्रस्ताव के तहत मिठाई बनाने पर भी रोक लगा दी गई है. पंचायत का यह कदम धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं को बनाए रखने के लिए बताया जा रहा है, हालांकि इस निर्णय पर कई सवाल उठ रहे हैं.
सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव
ग्राम पंचायत के इन फैसलों ने ग्रामीण समुदाय में हलचल मचा दी है. कुछ लोग इसे परंपराओं और संस्कृति को बनाए रखने के प्रयास के रूप में देख रहे हैं, जबकि दूसरों का मानना है कि यह फैसले आधुनिकता और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के खिलाफ हैं. खासकर लड़की को गांव छोड़ने की सजा देना एक कठोर कदम माना जा रहा है.
उपरोक्त फैसले ने पंजाब के विभिन्न हिस्सों में सामाजिक और सांस्कृतिक बहस छेड़ दी है, और यह सवाल उठाया है कि क्या यह परंपरागत विचारधारा और आधुनिकता के बीच की दीवार है, जिसे समय के साथ बदलने की जरूरत है?
- भारत एक्सप्रेस
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