
ED Enforcement Directorate 2
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में मेसर्स रहेजा डेवलपर्स लिमिटेड, उसके निदेशकों और अन्य संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA), 2002 के तहत बड़ी कार्रवाई की है. एजेंसी ने 27 जून 2025 को दिल्ली, एनसीआर और मोहाली में 13 अलग-अलग स्थानों पर समन्वित तलाशी अभियान (Search Operation) चलाया.
ईडी ने इस तलाशी अभियान के दौरान कई आपराधिक गतिविधियों से जुड़े दस्तावेज, डिजिटल डिवाइस, और चल-अचल संपत्तियों से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी जुटाई है, जिन्हें नियमानुसार जब्त कर लिया गया है. शुरुआती जांच में ऐसे साक्ष्य सामने आए हैं जो कथित रूप से अवैध वित्तीय लेनदेन, फर्जी कंपनियों के माध्यम से धन शोधन (Money Laundering) और अवैध संपत्ति अर्जन की ओर इशारा करते हैं.
सूत्रों के अनुसार, यह मामला रियल एस्टेट सेक्टर में लाभ के गलत तरीके से अर्जन, ग्राहकों से लिए गए पैसे के दुरुपयोग, और आर्थिक अनियमितताओं से जुड़ा है. जांच एजेंसी इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि क्या इस पैसे का इस्तेमाल अन्य व्यावसायिक गतिविधियों या विदेशों में निवेश के लिए किया गया.
ईडी की इस कार्रवाई से साफ है कि मनी लॉन्ड्रिंग में लिप्त बड़े कारोबारी समूहों पर अब शिकंजा कसा जा रहा है. जब्त किए गए दस्तावेजों और डिवाइसेज़ की फॉरेंसिक जांच की जा रही है और जांच एजेंसी को उम्मीद है कि इससे कई और बड़े खुलासे हो सकते हैं.
यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ केंद्र सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस नीति’ के तहत एक अहम कदम मानी जा रही है. प्रवर्तन निदेशालय आने वाले दिनों में इस मामले से जुड़े अन्य लोगों की पूछताछ, समन, और गिरफ्तारियों की प्रक्रिया भी शुरू कर सकता है.
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-भारत एक्सप्रेस
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