Bharat Express

“दुकानदारों की जेब से GST निकलती है और अडानी जी की जेब में चली जाती है”, राहुल गांधी ने BJP पर किया करारा प्रहार

तेलंगाना में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टिया चुनाव प्रचार में जोर-शोर से जुटी हुई है. इसी कड़ी में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने तेलंगाना के भूपालपल्ली से पन्नूर गांव तक कांग्रेस की एक चुनावी यात्रा में लोगों को संबोधित.

Rahul Gandhi

कांग्रेस नेता राहुल गांधी

Rahul Gandhi In Telangana: तेलंगाना में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टिया चुनाव प्रचार में जोर-शोर से जुटी हुई है. इसी कड़ी में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने तेलंगाना के भूपालपल्ली से पन्नूर गांव तक कांग्रेस की एक चुनावी यात्रा में लोगों को संबोधित. जिसमें उन्होंने एक बार फिर से अडानी मामले को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा.

“GST निकलती है और अडानी जी की जेब में चली जाती है”

राहुल गांधी ने कहा कि ” आज हिंदुस्तान के सबसे अमीर लोगों का अरबों रुपए का कर्ज माफ हो जाता है, लेकिन एक किसान अपना बैंक लोन माफ कराना चाहे तो उसे मारकर भगा देते हैं। दुकानदारों की जेब से GST निकलती है और अडानी जी की जेब में चली जाती है। ऐसा हिंदुस्तान हमें नहीं चाहिए। इसलिए जातिगत जनगणना जरूरी है, उससे पता लगेगा कि किसकी कितनी आबादी है और किसके पास हिंदुस्तान का कितना धन है.”

यह लड़ाई राजा और प्रजा के बीच हो रही है- राहुल गांधी

वहीं राहुल गांधी ने बीआरएस पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि सीएम केसीआर इस चुनाव में हारने वाले हैं. यह लड़ाई राजा और प्रजा के बीच हो रही है. उन्होंने कहा कि तेलंगाना की जनता चाहती थी कि यहां पर जनता का राज हो, लेकिन एक परिवार का राज हो गया. राहुल गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीआरएस, बीजेपी और AIMIM तीनों मिले हुए हैं. इसलिए तेलंगाना के सीएम केसीआर के पीछे ईडी-सीबीआई नहीं लगती है. ईडी को जान-बूझकर विपक्ष के नेताओं के पीछे लगाया जाता है.

यह भी पढ़ें- Himanta On Sharad Pawar: “शरद पवार साहब सुप्रिया सुले को गाजा क्यों नहीं भेज देते”, NCP चीफ के बयान पर CM हिमंता बिस्वा सरमा का तंज

जातीय जनगणना के मुद्दे को दी हवा

राहुल गांधी ने एक बार फिर से जातीय जनगणना के मुद्दे को हवा देते हुए कहा कि “देश में सबसे बड़ा मुद्दा जातिगत जनगणना का है. जातिगत जनगणना से पता चलेगा कि देश में कितने दलित, ओबीसी, आदिवासी और सामान्य वर्ग के लोग हैं और किसकी कितनी भागीदारी है. ये देश के एक्स-रे जैसा है और इससे यह भी मालूम होगा कि देश का धन कैसे बांटा जा रहा है.

भारत एक्सप्रेस



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read