राहुल गांधी अभिषेक मनु सिंहवी
Bihar Caste Census: बिहार सरकार ने 2 अक्टूबर को जातीय जनगणना के आंकड़े जारी कर दिए हैं. इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि जितनी आबादी, उतना हक ये हमारा प्रण है. अब उन्हीं की पार्टी के बड़े नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अवसर की समानता कभी भी परिणामों की समानता के समान नहीं होती. ‘जितनी आबादी उतना हक’ का समर्थन करने वाले लोगों को पहले इसके परिणामों को पूरी तरह से समझना होगा. अंततः इसकी परिणति बहुसंख्यकवाद में होगी.
बता दें कि राहुल गांधी काफी समय से जातीय जनगणना की मांग करते आ रहे हैं. सोमवार को जब बिहार सरकार ने जातीय जनगणना के आंकड़े जारी किए तो राहुल गांधी ने कहा कि जितनी आबादी उतना हक ये हमारा प्रण है. अब इसी के बाद अभिषेक मनु सिंघवी ने राहुल गांधी के खिलाफ बयान दिया है.
Equality of opportunity is never the same as equality of outcomes. People endorsing #jitniabadiutnahaq have to first completely understand the consequences of it. It will eventually culminate into majoritarianism.
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) October 3, 2023
राहुल गांधी ने ट्वीट कर की थी मांग
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि बिहार की जातिगत जनगणना से पता चला है कि वहां OBC + SC + ST 84% हैं. केंद्र सरकार के 90 सचिवों में सिर्फ 3 OBC हैं, जो भारत का मात्र 5 फीसदी बजट संभालते हैं. इसलिए भारत के जातिगत आंकड़े जानना जरूरी है. जितनी आबादी, उतना हक ये हमारा प्रण है.
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सीएम नीतीश ने क्या कहा?
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सर्वेक्षण से न केवल जातियों का पता चला, बल्कि सभी की आर्थिक स्थिति के बारे में भी जानकारी मिली. बिहार के सीएम ने कहा, “गांधी जयंती के शुभ अवसर पर बिहार में हुई जाति आधारित जनगणना के आंकड़े जारी हो गए हैं.
उन्होंने कहा, ”विधानमंडल में जाति आधारित गणना का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया. बिहार विधानसभा के सभी 9 दलों की सहमति से यह निर्णय लिया गया कि राज्य सरकार अपने संसाधनों से जाति आधारित जनगणना कराएगी और इसकी मंजूरी दे दी गई.” इस आधार पर, राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से जाति आधारित जनगणना की है. ”
उन्होंने आगे कहा कि बिहार में होने वाली जाति आधारित जनगणना को लेकर जल्द ही बिहार विधानसभा के 9 दलों की बैठक बुलाई जाएगी और उन्हें जाति आधारित जनगणना के नतीजों से अवगत कराया जाएगा. अतिरिक्त मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने कहा, “अत्यंत पिछड़ा वर्ग 36.01 प्रतिशत है, सामान्य वर्ग 15.52 प्रतिशत है और अन्य पिछड़ी जाति (ओबीसी) 27 प्रतिशत है.”
-भारत एक्सप्रेस