राहुल गांधी और अनुराग ठाकुर
Rahul Gandhi disqualified: राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द होने के बाद कांग्रेस और बीजेपी के बीच जुबानी जंग तेज है. कांग्रेस ने राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने के बाद कहा कि यह भारतीय लोकतंत्र के लिए ‘काला दिन’ है. वहीं केंदीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस के आरोपों पर कहा कि कहा जाता है कि- भगवान के घर में देर है, अंधेर नहीं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कहते थे दुर्भाग्य से सांसद हूं, जो उनको दुर्भाग्य लगता था, आज उससे भी उनके मुक्ति मिल गई. वायनाड के लोगों को भी छुटकारा मिल गया. वहीं अनुराग ठाकुर ने पूरे मामले को नया एंगल देते हुए पूछा कि कांग्रेस के अंदर आखिर राहुल गांधी से कौन छुटकारा पाना चाहता है?
कांग्रेस पर ही उठा दिए सवाल
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने पूछा, “वो कौन हैं जो छुटकारा पाना चाहते थे, इतने नामी-गिरामी वकील थे, क्या एक भी सही राय देने वाला कांग्रेस में नहीं बचा. या जानबूझकर गलत रास्ते पर डाला गया? ये छुटकारा कौन पाना चाहता था?” अनुराग ठाकुर ने कहा, “राहुल गांधी 7 जगह जमानत पर हैं, बार-बार झूठ बोलने, अवमानना के लिए इन्हें बेल दी गई. वे एक आदतन अपराधी हैं, इन्हें ऐसा लगता था कि देश का कानून या कोई व्यक्ति कुछ कर नहीं सकता. इनके पास माफी मांगने के लिए 3 साल लेकिन इन्होंने माफी नहीं मांगी.”
कांग्रेस नेता पर निशाना साधते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा, “राहुल गांधी का पहले से ही असंसदीय आचरण रहा है, अहंकार इनका दिखता रहा है. क्या एक भी सही राय देने वाला कांग्रेस में नहीं बचा या जानबूझकर गलत सलाह दी गई. राहुल गांधी ने पहले ही अपने पार्टी का अध्यादेश फाड़ दिया था आज उन्हीं की पार्टी में से किसी ने खेल कर दिया इन्हें पता नहीं चला.”
अपशब्द बोलना उनकी आदत बन गई थी- ठाकुर
अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “अभद्र भाषा का प्रयोग, अपमान करने का काम, अपशब्द बोलना…ये उनकी आदत सी बन गई थी. उनको लगता था कि कुछ भी कह दो, कर दो… आपको तो देश में कोई कुछ बोल ही नहीं सकता. वो अपने आपको सभी चीजों से ऊपर समझते थे.” केंद्रीय मंत्री ने कहा, “इतने लंबे समय से जो लोकसभा के सदस्य हो,2009 से 2014 तक… 5 वर्षों में कभी अमेठी के लिए सवाल नहीं पूछ पाए. इतने वर्षों में मात्र 21 डिबेट्स में भाग लिया. यह अपने आप में उनके बारे में बताता है.”
-भारत एक्सप्रेस
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