Ayodhya Ram Mandir: भाजपा के सांसद एवं यूपी के पूर्व डिप्टी CM डॉ. दिनेश शर्मा का आवासीय परिसर आज उस समय श्रद्धा और भक्ति से परिपूर्ण हो गया, जब राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के समय सामूहिक रूप से सुन्दर कांड का पाठ हुआ। रोम रोम से पुलकित लोग एक ओर सुन्दरकांड का पाठ कर रहे थे तो दूसरी ओर राम मंदिर के मूर्त रूप लेने की खुशी में उनके पैर पर्वतीय नृत्य मंडली की परंपरागत पोशाक और वाद्य यंत्रों के साथ थिरक रहे थे। कुछ क्षण के लिए कार्यक्रम स्थल राज्य सभा सांसद व पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा का आवास परिसर अयोध्या का राम मंदिर स्थल जैसा वातावरण बन गया।
राज्य सभा सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दृढ इच्छाशक्ति और सतत प्रयासों के कारण दुनियाभर के राम भक्तों का सपना आज अयोध्या में राम मंदिर के रूप में साकार हुआ है। पीएम ने आज कहा है कि राम विवाद नहीं समाधान हैं और आज जिस प्रकार से राम मंदिर का समाधान हुआ है वह इस बात का प्रमाण है। मंदिर को भारत की आध्यात्मिक चेतना का केन्द्र बताते हुए उन्होंने कहा कि यहां से निकली ऊर्जा देश में राम राज्य की परिकल्पना को साकार करेगी। उनका कहना था कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बावजूद किसी ने सपने में यह नहीं सोंचा था कि इतने कम समय में भव्य राम मंदिर साकार हो सकेगा। उन्होंने कहा जाता है कि जहां चाह वहां राह है और पीएम मोदी ने राम मंदिर के मामले में इस कहावत को चरितार्थ किया है।
राज्य सभा सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री ने द्वादशी के दिन ही मंदिर का शिलान्यास किया था और आज द्वादशी के दिन ही उसकी प्राण प्रतिष्ठा की है। इस भावुकतापूर्ण वातावरण में डॉ. शर्मा ने अपने राम मंदिर आन्दोलन के उस संस्मरण को उपस्थित समुदाय के समक्ष प्रस्तुत किया जिसमें स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव जी सरकार के यूपी के कार्यकाल में उन्हें युवा मोर्चा अध्यक्ष होने के नाते लखनऊ में सरकार का पुतला दहन की जिम्मेदारी दी गई थी। यह कार्यक्रम इतना सफल रहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह उनके महापौर एक कार्यक्रम में कहना पडा था कि इन्हें महापौर चुनाव में सबसे बड़ी जीत का लिम्का बुक अवार्ड के साथ ही सरकार के खिलाफ पुतना दहन कराने का भी गिनीज अवार्ड मिलना चाहिए। उन्होंने इस बात का खुलासा किया कि उस दौर में मंदिर आन्दोलन की खबरों को समाचार पत्रों में अधिक स्थान नहीं मिलने के कारण माहौल बनाना कठिन था तथा उन्होंने किस प्रकार विश्व संवाद केन्द्र में पत्रिका की जिम्मेदारी मिलने के बाद मंदिर आन्दोलन के प्रचार कार्यक्रम को धार दी थी।
डॉ. शर्मा ने इस बात का भी खुलासा किया कि द्वादशी के पावन दिवस का राजस्थान के खाटू श्याम मंदिर में कितना महत्व है। कार्यक्रम के समापन पर जय श्रीराम के नारों से वातावरण गूंज उठा तथा राम मंदिर के बनने की खुशी में लोग एक दूसरे को बधाई देने लगे।
लखनऊ में सुंदरकांड पाठ और भंडारा हुआ
प्रभु श्रीराम लला जी की प्राण–प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर लखनऊ स्थित आवास पर आयोजित सुंदरकांड पाठ एवं भंडारे में बड़ी संख्या में लोगों ने पधारकर वातावरण को राममय बनाया। इस अवसर पर एक तरफ जहां पूजा व सुंदर कांड का पाठ हो रहा था, वहीं दूसरी तरफ शास्त्रीय संगीत में रामभजन, गढ़वाली- पंजाबी लोकनृत्य हो रहा था। लोगों नाच गाकर एक दूसरे से गले मिलकर बधाई दे रहे थे और आतिशबाजी कर जै श्री राम के नारे से पूरे परिसर को राम मय कर दिया था। लोगों ने अपने अपने रुचि के अनुसार पकवानों का रसास्वादन किया।
इस अवसर पर मनकामेश्वर मंदिर की महंत दिव्या गिरी, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ महेंद्र सिंह, महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी, महापौर सुषमा खर्कवाल, युवा भाजपा नेता नीरज सिंह, पूर्व महानगर अध्यक्ष नीरज गुप्ता, विधायक नीरज बोरा, कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय डॉक्टर आलोक राय, सदस्य विधान परिषद बुक्कल नवाब, पूर्व विधायक सुरेश तिवारी, पूर्व सदस्य विधान परिषद अरविंद त्रिपाठी, गुड्डू, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष सुधीर हलवासीय, पूर्व दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री सुधाकर त्रिपाठी, भाजपा प्रवक्ता आलोक अवस्थी, प्रवक्ता मनीष शुक्ला प्रवक्ता संजय चौधरी, अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य परविंदर सिंह, यहियागंज गुरुद्वारे के ट्रस्टी डॉक्टर गुरमीत सिंह, पर्वतीय समाज का प्रतिनिधिमंडल एवं पाषर्दगण उपस्थित रहे।
– भारत एक्सप्रेस