सांकेतिक फोटो
केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस से दो लोगों की मौत होने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है. अब तक 4 लोग निपाह वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. इसके अलावा 77 लोगों को हाई रिस्क पर रखा गया है. सरकार ने निपाह वायरस को लेकर पूरी तरह से अलर्ट मोड में है. कोझिकोड में कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं. जहां पर जरूरी सेवाओं के अलावा अन्य परिवहन और लोगों के आने-जाने पर रोक लगा दी है.
मोनोक्लोन एंटीबॉडी की 20 डोज खरीदेगा भारत
वहीं निपाह वायरस को लेकर भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के डीजी राजीव बहल ने डराने वाले आंकड़े पेश किए हैं. राजीव बहल ने बताया कि निपाह वायरस में मृत्यु दर 40-70 के बीच है. केंद्र सरकार ने रोकथाम के लिए आस्ट्रेलिया से मोनोक्लोन एंटीबॉडी की 20 डोज खरीदने का निर्णय लिया है. अभी भारत के पास साल 2018 में खरीदी गईं डोज सिर्फ 10 लोगों के लिए उपलब्ध हैं. इस डोज को निपाह वायरस के संक्रमितों को शुरुआती दौर में दिया जाता है.
100 में 40 से 70 लोगों की मौत का खतरा
राजीव बहल ने आगे बताया कि वायरस की चपेट में आने वाले 100 में से 40 से 70 लोगों की मौत का खतरा रहता है. जो कोरोना संक्रमण में डेथ रेट सिर्फ 2-3 फीसदी थी, वहीं निपाह में ये काफी ज्यादा है. इस वायरस से बचाव के लिए जरूरी है कि सबसे ज्यादा लोगों को जागरूक किया जाए और जो लोग संक्रमितों के संपर्क में आए हैं उनको आइसोलेट किया जाए. उनकी निगरानी की जाए.
अभी तक कोई वैक्सीन नहीं बनी है
वहीं निपाह वायरस के संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि निपाह का ये वायरस बांग्लादेश का स्ट्रेन है. जो इंसानों से इंसानों में फैलता है. अब तक दो लोगों की इस वायरस से मौत हुई है. इसका संक्रमण रेट कम है, लेकिन मौत का खतरा ज्यादा है. अभी तक इसकी कोई वैक्सीन नहीं बनी है, ऐसे में बचाव ही एक मात्र उपाय है.
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.