ओंकारेश्वर, मध्य प्रदेश: केंद्रीय मंत्री जोशी प्रहलाद ने हाल ही में मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर में स्थित भारत के सबसे बड़े फ्लोटिंग सोलर पार्क का दौरा किया. यह सोलर पार्क भारत के स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों की महत्वाकांक्षा और आकार को दर्शाता है. इस पार्क की स्थापना से न केवल स्वच्छ ऊर्जा के उत्पादन में वृद्धि होगी, बल्कि यह पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा.
फ्लोटिंग सोलर पार्क की खासियत:
यह फ्लोटिंग सोलर पार्क ओंकारेश्वर जलाशय पर स्थित है और इसका उद्देश्य भारत के बढ़ते ऊर्जा जरूरतों को ध्यान में रखते हुए नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में एक नई दिशा प्रदान करना है. इस प्रोजेक्ट का डिजाइन और कार्यान्वयन पूरी तरह से पर्यावरण की सुरक्षा और जल के संरक्षण को ध्यान में रखते हुए किया गया है. इस परियोजना से सालाना लगभग 100 मेगावाट की ऊर्जा का उत्पादन होने की उम्मीद है, जो मध्य प्रदेश के बिजली नेटवर्क को और मजबूत करेगा.
केंद्रीय मंत्री का बयान:
मंत्री जोशी प्रहलाद ने इस परियोजना का दौरा करते हुए कहा, “ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर पार्क भारत के स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों की महत्वाकांक्षा और हमारे देश के हरे-भरे भविष्य की दिशा को प्रदर्शित करता है. यह प्रोजेक्ट न केवल ऊर्जा उत्पादन में वृद्धि करेगा, बल्कि पर्यावरण के संरक्षण में भी अहम भूमिका निभाएगा। भारत ने स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में बड़ा कदम उठाया है, और ऐसे प्रोजेक्ट्स हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण ‘सप्लाई, स्वच्छता और जलवायु परिवर्तन’ के अनुरूप हैं.”
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स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में भारत की दिशा:
यह फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट भारत के नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन में एक नई दिशा है, जो भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। भारत सरकार ने 2030 तक अपनी कुल ऊर्जा उत्पादन क्षमता का 50% नवीकरणीय स्रोतों से प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है। इस दिशा में ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर पार्क जैसे प्रोजेक्ट्स महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
स्थानीय समुदाय और पर्यावरण पर असर:
इस फ्लोटिंग सोलर पार्क का निर्माण न केवल ऊर्जा उत्पादन में योगदान करेगा, बल्कि यह स्थानीय समुदाय के लिए रोजगार और आर्थिक अवसर भी उत्पन्न करेगा। इसके अलावा, इस परियोजना से जल संसाधनों की सुरक्षा और संरक्षण में भी मदद मिलेगी, क्योंकि यह जलाशय के ऊपर स्थापित है और पानी के वाष्पीकरण को कम करने में सहायक होगा। केंद्रीय मंत्री जोशी प्रहलाद का यह दौरा भारत की स्वच्छ ऊर्जा दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर पार्क जैसे प्रोजेक्ट्स से न केवल स्वच्छ ऊर्जा का उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि यह देश के समग्र विकास और पर्यावरण संरक्षण के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा।
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