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दिल्ली को मिला ‘सबसे प्रदूषित शहर’ का टैग, LG बोले- ध्यान दें केजरीवाल; राष्ट्रीय शर्म की बात

World Air Quality Report 2023: वर्ल्ड एयर इंडेक्स क्लालिटी रिपोर्ट में दिल्ली को ‘सबसे प्रदूषित शहर’ घोषित किया है, जिसके बाद उपराज्यपाल अरविंद केजरीवाल को घेरते हुए कहा कि यह राष्ट्रीय शर्म की बात है.

World Air Quality Report 2023

सीएम केजरीवाल और वीके सक्सेना.

World Air Quality Report 2023: देश की राजधानी दिल्ली को दुनिया की ‘सबसे प्रदूषित राजधानी’ का टैग मिल गया है. जिसके बाद बुधवार को उपराज्यपाल वीके सक्सने ने सीएम केजरीवाल को पत्र लिखा. जिसमें उन्होंने इसको राष्ट्रीय शर्म बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को स्वास्थ्य अपातकाल जैसी स्थिति पर गंभीरता से विचार करने के लिए कहा. उपराज्यपाल सक्सेना ने प्रदूषण के मुद्दे पर केजरीवाल सरकार को घेरने की भी कोशिश की. उन्होंने कहा कि वर्ल्ड एयर इंडेक्स क्लालिटी रिपोर्ट 2023 एक गंभीर तस्वीर पेश कर रही है. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि 2022 में दिल्ली दुनिया की दूसरी सबसे प्रदूषित राजधानी थी. इससे पहले 2021 में भी दिल्ली को दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी घोषित किया गया था.

धुंध में डूबा हुआ है दिल्ली का बहुचर्चित दिल्ली मॉडल

एलजी ने सीएम केजरीवाल को लिखे पत्र में कहा- “मुझे यकीन है कि आपकी सरकार के नौ साल का रिपोर्ट कार्ड ऐसा नहीं है जिस पर आपको गर्व होगा. उन्होंने आगे कहा कि बहुचर्चित दिल्ली मॉडल धुंध में डूबा हुआ है.” सक्सेना ने कहा कि उन्होंने पिछले दो वर्षों से पत्र लिखकर वायु प्रदूषण का मुद्दा उठाया है. लेकिन, इसका कोई फायदा नहीं हुआ. विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट 2023 के डाटा को पेश करते हुए कहा है कि पीएम 2.5 बढ़कर लाल निशान के ऊपर चली गई है. जिसमें अहम भूमिका वाहन प्रदूषण का है. इसके अलावा सड़क की धूल, खुले में प्लास्टिक इत्यादि चीजों को जलाने की वजह से भी ऐसी स्थिति आई है.

बना लेते हैं विवाद का विषय

सर्दियों के दौरान शहर में खतरनाक वायु गुणवत्ता की ओर इशारा करते हुए, सक्सेना ने आगे कहा कि “कोई भी स्वाभिमानी नेता” इसके लिए जिम्मेदार होने के साथ-साथ साहसिक कदम उठाकर इसको दूर करने के लिए कठोर पहल करता है. राज्यपाल वीके सक्सेना ने केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा-“अफसोस की बात है कि आप ऐसा कुछ भी नहीं करते हैं. बल्कि, इसे विवाद का एक विषय बना लेते हैं जो आखिकार राजनीतिक लड़ाई में बदल जाता है. इस दौरान एक अधिकारी दूसरे पर दोषी सिद्ध करना चाहता है, जबकि जनता चुपचाप झेलते रहती है.

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