Bharat Express

अगर तबीयत बिगड़ते ही Google पर लक्षण सर्च करने की आदत है तो इस बीमारी से हो सकते हैं पीड़ित

ये बिमारी एक आदत के रूप में शुरू होती है, लेकिन यह मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकती है. इससे डर और तनाव बढ़ता है.

प्रतीकात्मक चित्र- AI जनरेटेड

क्या आप किसी छोटे से लक्षण पर भी तुरंत इंटरनेट पर सर्च करते हैं? एक सिरदर्द या खांसी की वजह से बड़ी बीमारी का डर आपको सताने लगता है? अगर ऐसा है, तो यह एक गंभीर आदत बन सकती है, जिसे साइबरकॉन्ड्रिया (Cyberchondria) कहते हैं. आइए समझते हैं यह क्या है, इसके लक्षण और इससे बचने के उपाय.

साइबरकॉन्ड्रिया एक मनोस्थिति है, जिसमें व्यक्ति अपनी सेहत को लेकर बहुत ज्यादा चिंता करता है. इस चिंता के चलते वह बार-बार इंटरनेट पर बीमारी से जुड़े लक्षणों की खोज करता है. कई बार साधारण लक्षणों को खतरनाक बीमारियों से जोड़कर देखने लगता है. इससे डर और तनाव बढ़ता है.

कैसे पहचानें लक्षण


1. मरीज अपनी बीमारी या लक्षणों को लेकर इंटरनेट पर बार-बार जानकारी खोजता है.

2. दिन हो या रात, जैसे ही मौका मिलता है, वह सर्च करना शुरू कर देता है.

3. उसकी बातचीत में भी यह विषय अक्सर शामिल होता है.

4. इस आदत का असर उसकी नींद पर पड़ता है, जिससे नींद कम हो जाती है. मन उदास रहने लगता है और घबराहट बढ़ जाती है.

5. मरीज के दिमाग में लगातार डॉक्टर से मिलने की योजना चलती रहती है. कुल मिलाकर, उसका पूरा ध्यान इसी चिंता में उलझा रहता है.

कैसे बचें

इंटरनेट पर जानकारी कभी-कभी सही होती है, लेकिन बिना विशेषज्ञ की सलाह के इस पर भरोसा करना गलत है. कई बार ये जानकारी छोटी समस्या को बड़ी बीमारी के रूप में पेश करती है. इससे तनाव और घबराहट बढ़ जाती है. इस समस्या को मैनेज करना मुश्किल नहीं है. कुछ आसान उपाय अपनाकर इससे बचा जा सकता है.

अपनाएं ये उपाय


1. इंटरनेट पर सीमित भरोसा करें, सेहत से जुड़ी किसी भी समस्या पर पहले डॉक्टर से मिलें.

2. सोच पर नियंत्रण रखें, हर छोटी परेशानी को बड़ी बीमारी से न जोड़ें.

3. विशेषज्ञ से सलाह लें, अगर चिंता बढ़ रही है तो क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट (Clinical Psychologist) से संपर्क करें.

4. रोजाना की आदतों को सुधारें, अच्छी नींद लें, तनाव को कम करने के लिए मेडिटेशन करें.

साइबरकॉन्ड्रिया एक आदत के रूप में शुरू होती है, लेकिन यह मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकती है. इसलिए, अपनी सेहत को लेकर कोई भी चिंता हो, तो डॉक्टर की सलाह लें. इंटरनेट पर सर्च करने से आपकी समस्या हल नहीं होगी, बल्कि डर और बढ़ेगा. ध्यान रखें, संतुलित दिमाग ही स्वस्थ जीवन की कुंजी है.

-भारत एक्सप्रेस



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read