Bharat Express

अगर आप में भी देख रहे हैं अपने शरीर में ये 4 अजीब तरह के बदलाव, तो न करें इग्नोर

Mental Health Tips: आइए जानते हैं कि वो कौन से लक्षण होते हैं जो आपको अपने अंदर दिखने लगे तो आपको समझ जाना चाहिए कि आपको ब्रेक की सख्त जरूरत है?

Mental Health Tips: आजकल बीजी लाइफस्टाइल के बीच लोग अपने ऊपर ध्यान नहीं देते हैं. हर दिन की शुरुआत एक नई टेंशन से होती है चाहे वो काम का बोझ हो या घर की जिम्मेदारी हो. अपने आप का ख्याल रख पाना आज के समय में एक अलग टास्क बन गया है. दिन भर में काम का बोझ ही इतना ज्यादा हो जाता है कि 24 घंटे का समय भी कम लगने लगता है लेकिन काम करना जितना जरूरी है, आपने आप को टाइम और ब्रेक देना भी उतना ही जरूरी होता है.

ऐसे में आपको अपने बिजी शेडूल से एक ब्रेक लेना चाहिए, जिससे आपकी थकान थोड़ी कम हो, साथ ही माइंड रिलैक्स रहेगा तो क्रिएटिविटी लेवल भी बढ़ेगा, और लाइफ में चल रहा सारा तनाव कम हो जाएगा. आइए जानते हैं कि वो कौन से लक्षण होते हैं जो आपको अपने अंदर दिखने लगे तो आपको समझ जाना चाहिए कि आपको ब्रेक की सख्त जरूरत है?

काम पर फोकस न होना

जब हमारा काम पर पूरी तरह फोकस नहीं हो पाता, हम सभी काम गलत करना शुरू कर देते हैं, जरूरी फैसलों को लेने में दिक्कत होने लगती हैं, चीजें याद नहीं रहती. ये वही संकेत होते हैं जब आपके माइंड को थोड़ा ब्रेक लेने की जरूरत होती है. इसका उपाय ये है कि डेली लाइफ में योग को शामिल कर लें जिससे आपका दिमाग थोड़ा शांत रहेगा और चीजों पर फोकस बना रहेगा.

जल्दी इमोशनल हो जाना

अगर काम करते समय आपमें चिड़चिड़ापन आने लगा है और गुस्सा तो आपकी नाक पर ही रहता है साथ ही छोटी-छोटी बातों पर आंसू आ जाते हैं तो ये संकेत होते हैं कि आपको थोड़ा ब्रेक की जरूरत है और उस समय आपको ज्यादा से ज्यादा अपने खास दोस्तों से मिलना चाहिए और जो आपको समझते हों, आपके इमोशनल लेवल और गोल का ख्याल रखता हों.

शरीर में कमजोरी का आना

जब हम काम करते-करते थक जाते हैं तो ये एक नॉर्मल बात है और लाइफ का एक हिस्सा है जो चाय और कॉफी पीने से सही हो सकता है लेकिन यदि थोड़े-थोड़े समय में आपको थकान महसूस होती है तो ये एक बड़ी चिंता की बात हो सकती है. शरीर में अधिक थकान के लक्षण होते हैं आंखों का लाल होना, भारीपन आना, सर में दर्द, बॉडी पैन, इमोशनली और मेंटली थका हुआ महसूस होना. इस समय आपको एक वेकेशन की जरूर है. आपको जल्द ही घूमने का प्लान बनाना चाहिए.

डीमोटिवेटेड होना

जब हम अपनी यंग एज में होते हैं तो हर मुश्किल सिचुएशन से लड़ने के लिए तैयार रहते हैं एक यही समय होता है जब हमें बहुत ज्यादा मोटिवेशन की जरूरत होती है. लेकिन यदि आपको छोटे-छोटे काम के लिए भी मोटिवेशन की जरूरत पड़ रही है और काम में मन नहीं लग पा रहा है तो समझ जाइए कि आपको एक ब्रेक की सख्त जरूरत है क्योकि लाइफ में छोटी-छोटी चीजों में आपको मोटिवेशन देने के लिए कोई नहीं रहेगा.

Also Read